मेरठ के परतापुर थानाक्षेत्र में मोहिद्दीनपुर मिल में शनिवार दोपहर अचानक भीषण आग लग गई। मिल से धुआं उठता देख हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस व फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। अभी टीम मौके पर ही मौजूद है। पुलिस के अनुसार अभी तक की पूछताछ में शाॅर्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आई है। आग लगने से कई मजदूर झुलस गए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं आग लगने से मिल के चीफ इंजीनियर नरेंद्र कुशवाहा की हादसे में दर्दनाक मौत हो गई।
आग लगने से आसपास की फैक्टरियों में काम कर रहे मजदूरों में भी हड़कंप मच गया। फिलहाल फायर ब्रिगेड की टीम आग पर काबू पाने का प्रयास कर रही है। बताया कि फायर ब्रिगेड की सात गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार मोहिद्दीनपुर शुगर मिल में शनिवार दोपहर शार्ट सर्किट के चलते भीषण आग लग गई। मिल से धुआं उठता देख कर्मचारियों में अफरातफरी मच गई। फायर ब्रिगेड की तीन गाड़िया मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। घंटों की मशक्कत के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है।
बताया गया कि आग में मिल के चीफ इंजीनियर नरेंद्र कुमार कुशवाहा गंभीर रूप से झुलस गए थे। हालात गंभीर होने पर उन्हें उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराने ले जा रहे थे। लेकिन उनकी रास्ते में ही मौत हो गई। वहीं कैमिकल गोदाम में भी रुक-रुक के ड्रम फटने लगे। इस कारण फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों को आग बुझाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बताया गया कि चीफ इंजीनियर नरेंद्र मिल में दोपहर के समय कार्बाइन को देखने पहुंचे थे। इसी दौरान आग लग गई और आग ने चंद सेकेंड में ही भीषण रूप ले लिया। चीफ इंजीनियर ने खुद को आग की लपटों से घिरा देखकर दूसरे फ्लोर से छलांग लगा दी। मामूली रूप से झुलसे नरेंद्र कुशवाहा कूदने से गंभीर रूप से घायल हो गए।
गंभीर रूप से घायल होने की सूचना मिलते ही मिल कर्मचारियों ने उन्हें उपचार के लिए मोदीनगर के जीवन हॉस्पिटल में भर्ती कराने के लिए ले जा रहे थे लेकिन हॉस्पिटल के गेट के सामने पहुंचते ही उन्होंने दम तोड़ दिया। वहीं नरेंद्र कुशवाही की मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। उधर मिल में दमकलकर्मी आग बुझाने में जुटे हैं।