मेरठ। मैडम, मेरे पति मुझे समय नहीं देते हैं। बच्चों को भी पिता का प्यार नहीं मिल रहा है। हम बहुत परेशान है। परिवार परामर्श केंद्र में महिला अपराध के मामले ज्यादा आ रहे हैं। 2022 में महिला उत्पीड़न के 3153 मामले दर्ज हुए हैं।

वहीं, फरवरी 2023 तक महिला अपराध के 315 मामले आ चुके हैं। जहां कुछ मामलों में समझौता हो रहा है तो वहीं जिन मामलों में सुलह नहीं होती तो मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है। अधिकतर मामले पति-पत्नी के बीच समय नहीं देने के सामने आ रहे हैं।

पल्लवपुरम में रहने वाली एक युवती की शादी मुजफ्फरनगर में हुई थी। उनका कहना है कि लॉकडाउन में तो पति ने पूरा समय दिया, लेकिन अब पति बिल्कुल भी समय नहीं देते है। जिसकी वजह से हम परेशान है। हालांकि इनकी दो काउंसलिंग हो चुकी है। तीसरी काउंसलिंग के लिए तारीख लगाई गई है।

ब्रह्मपुरी की रहने वाली युवती का विवाह परतापुर में एक युवक से हुआ था। पति गुडगांव में नौकरी करता है। पत्नी ने कई बार पति के साथ बाहर रहने की जिद की। इसके बावजूद पति नहीं ले गया। जिसके चलते परिवार ने परामर्श केंद्र में शिकायत की। इनका मामला भी काउसंलिंग में चल रहा है।
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परिवार परामर्श केंद्र में आए मामलों की स्थिति
– 2022 में 3153 मामले आए
– 888 मामलों में समझौता हुआ
– 1893 मामले कोर्ट में भेजे गए
– 162 मामलों में केस दर्ज हुआ हुआ
– 2493 मामलों का निस्तारण किया गया
– 121 मामले लोक अदालत में भेजे गए

पति-पत्नी के बीच कलह को खत्म कराने के लिए परिवार परामर्श केंद्र पूरा सहयोग करता है। परिवार टूटने से बचाने के लिए समझौता कराया जाता है। जिन मामलों में समझौता नहीं होता, उन मामलों में मुकदमा दर्ज करा दिया जाता है।