मेरठ। अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लि. में बिना अनुमति मीट पैकेजिंग और प्रोसेसिंग करने के मामले में आरोपित पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी व उनके परिवार को पुलिस पकड़ नहीं पा रही है। अब याकूब तक पहुंचने के लिए पुलिस ने उनके सुरक्षा गार्ड और वाहन चालक रडार पर लिए हैं। पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि याकूब व उनके स्वजन सुरक्षा गार्ड और वाहन चालकों के मोबाइल से बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस से बचने के लिए अपने मोबाइल नंबर बंद किए हुए हैं। उधर, पुलिस ने कंपनी के खातों की डिटेल ली है, जिसमें कई कंपनियों को करोड़ों का आदान-प्रदान हुआ है। उन कंपनी को भी मुकदमे में आरोपित बनाया जाएगा।
पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी का छोटा बेटा फिरोज उर्फ भूरा शहर से अपनी गाड़ी में बैठकर देहरादून के लिए निकला था। फिरोज को सूचना मिली कि पुलिस की टीम उसका पीछा कर रही है। मुजफ्फरनगर पुलिस को भी घेराबंदी के लिए लगाया गया है। वह मोदीपुरम में कार से उतरकर स्कूटी पर सवार होकर गांव के रास्ते फरार हो गया। फिर भूरे की लोकेशन पुलिस को नहीं मिली। माना जा रहा है कि फिरोज उर्फ भूरा भी शहर छोड़कर कहीं छिप गया है। पुलिस की टीम याकूब कुरैशी, बेटे इमरान और फिरोज तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो 82 सीआरपीसी में कार्रवाई कर घर पर नोटिस चस्पा कर मुनादी करा दी जाएगी।