मुजफ्फरनगर। जिला पुलिस डकैती की चार घटनाओं में अभी तक बदमाशों के बारे में एक भी सुराग नहीं लगा सकी है। जबकि सभी घटनाओं को काफी समय बीत चुका है। नई मंडी के गांव बिलासपुर, ककरौली, मंसूरपुर व शाहपुर थाना क्षेत्र में हुई चारों घटनाओं के खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच सहित तीन पुलिस टीम कार्रवाई में जुटी हैं। मुखबिर तंत्र व सर्विलांस भी पुलिस की मददगार नहीं बन पाई।

घटनाओं को देखा जाए तो सभी घटनाओं को अंजाम देने का तरीका एक जैसा ही था। परिजनों को बंधक बनाकर घटना की गई। दीवार फांदकर बदमाश घर में घुसे। यदि पुलिस सूत्रों की मानें तो बदमाशों ने घटना से पहले और बाद में घटना स्थल क्षेत्र में मोबाइल का प्रयोग नहीं किया। इस कारण चारों घटनाओं को अंजाम देने बदमाशों तक पहुंचना पुलिस के लिए मुश्किल हो रहा हैं। पुलिस ने चार सौ से अधिक मोबाइलों की लोकेशन को खंगाला हैं।

21 जुलाई की रात ककरौली थाना क्षेत्र के गांव बेहड़ा सादात में होमगार्ड रोहताश की गैर मौजूदगी में परिवार की महिलाओं को बंधक बनाया गया। तीन साल की बच्ची की कनपटी पर गन सटाकर हत्या की धमकी देकर लाखों के जेवर व नगदी लूटी गई थी। होमगार्ड व उसके परिजनों ने अधिकारियों से मिलकर नुकसान की जानकारी देकर घटना के खुलासे की मांग की थी।

12 सितंबर की रात नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव बिलासपुर निवासी सुरेश सैनी के परिवार को हथियारों के बल पर बंधक बनाया गया था। जान से मारने की धमकी देकर कई लाख के जेवर व नगदी लूट ली थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया हुआ है।

17 नवंबर की रात में मंसूरपुर के गांव अजमतगढ़ में टैंट कारोबारी दीपक व उसके परिजनों को दीवार फांदकर घर में घुसे बदमाशों ने गन प्वाइंट पर लिया था।एक घंटे तक घर में रहे बदमाशों ने एक लाख 47 हजार नगद व कइ्र लाख के जेवर लूटे थे। दीपक को पीटते हुए बदमाश अपने साथ जंगल में ले गए थे। पुलिस ने 36 घंटे बाद मुकदमा दर्ज किया था।

19 नवंबर की रात शाहपुर थाने के गांव आदमपुर में किसान राजाराम के घर में बदमाश दीवार फांद कर घुस गए थे। उन्होंने घर में मौजूद लोगों को हथियारों के बल पर बंधक बनाकर जेवर व नगदी लूट ली थी। पुलिस ने यह मामला पहले चोरी की धारा में दर्ज किया। दो दिन बाद डकैती की धारा में तरमीम किया।

कुछ संदिग्ध बदमाशों के नाम सामने आए हैं। सर्विलांस, क्राइम ब्रांच सहित कई टीम बदमाशों की तलाश में जुटी हैं। जल्द ही घटनाओं को खुलासा किया जाएगा। -अभिषेक सिंह, एसएसपी