मुजफ्फरनगर। थाना छपार क्षेत्र के गांव रेई निवासी सगवा सिंह ने बताया कि जन सूचना अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत ग्राम रई के वर्तमान प्रधान के कार्यकाल से संबंधित कुछ सूचनाएं प्राप्त करने के लिये गत दिनों एक प्रार्थना पत्र कार्यालय में दिया था। सचिव को बार बार आदेश देने के बाद तीस नवंबर को सचिव की मेरे फोन पर कॉल आयी कि ब्लॉक में शुल्क जमा करके अपना रिकार्ड ले जाओ। वहा जाने पर मुझसे 460 रु. फोटोस्टेट एवं 200 रु. रजिस्ट्री का खर्च लिया गया और मेरे यह कहने पर कि मुझे दस्ती दे दो, तो मुझे नियम का हवाला देकर कहा गया कि कानून के मुताबिक सूचनाये रजिस्टरी द्वारा ही दी जाती है और दिए हुए शुल्क की रसीद भी रजिस्टरी के माध्यम से ही आयेगी।
बीते दिवस रजिस्ट्री प्राप्त हुई, जिसमें वांछित सूचनाये न होकर, रद्दी कागजो का पुलिन्दा है। जो मैने सुरक्षित रख लिया है, ताकि वक्त जरूरत काम आए। शक्ति सिंह पूर्व सचिव अरुण कुमार से साज खाकर साजिश रची है, कि मुझे राज्य सूचना आयोग तथा केन्द्रिय सूचना आयोग तक दौड़ा-दौड़ा कर पका कर मार दे। परन्तु मैं उनकी मंशा पूरी नहीं होने दूंगा। जब मरना ही है तो थककर क्यों मरू, विकासखंड कार्यालय पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करके शान्ति से मरूंगा। अगर 16 दिसंबर तक सूचनाये विधिवत प्राप्त नहीं होती, तो उसके बाद विकास खंड कार्यालय पर किसी भी वक्त बिना दूसरा नोटिस दिये भूख हड़ताल कर दी जाएगी, जिसका उत्तरदायित्व प्रशासन का होगा।