मुजफ्फरनगर। क्रान्ति सेना अध्यक्ष ललित मोहन शर्मा ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा हिन्दू और मुसलमानों के डीएनए को एक ही कहे जाने सम्बन्धी बयान की कड़ी भर्तसना करते हुए कहा कि हिन्दुवाद और राष्ट्रवाद की नींव पर खडे आरएसएस के भागवत का यह बयान मानसिक दिवालियेपन की पराकाष्ठा है।
मंगलवार को प्रकाश मार्किट स्थित पार्टी कार्यालय पर पार्टी पदाधिकारियों की एक बैठक में क्रान्ति सेना अध्यक्ष ललित मोहन शर्मा ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति को अमल में लाना शुरू कर दिया। प्रधानमन्त्री द्वारा मुस्लिम ग्रेजुएट लडकियों को 51 हजार की शगुन देने और सिविल सर्विस की नौकरियों में मुसलमान छात्रों के लिए फण्ड बढाये जाने को मुस्लिम तुष्टीकरण की पराकाष्ठा बताते हुए कहा कि कल तक कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों पर मुस्लिमों को बढ़ावा देने का आरोप लगाने वाली भाजपा आज मुसलमानों के कल्याण की नित नई घोषणायें कर रही है और अब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा अपने बयान में हिन्दू मुसलमानों का डीएनए एक बताकर केन्द्र सरकार के मुस्लिम प्रेम को क्लीनचिट दे दी है। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में भाजपा का यह मुस्लिम प्रेम उसे भारी पड़ने वाला है।
बैठक में क्रान्ति सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज सैनी, जिलाध्यक्ष डा. योगेन्द्र शर्मा, मण्डल अध्यक्ष मुकेश त्यागी, नगर अध्यक्ष लोकेश सैनी, आनन्द प्रकाश गोयल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शरद कपूर, जिला महासचिव देवेन्द्र चौहान, राजेश कश्यप, उपाध्यक्ष अनुज चौधरी आदि उपस्थित रहे।