मुजफ्फरनगर। जिला परिषद् मार्केट में बुधवार को नारकोटिक्स विभाग की टीम पहुंची। टीम के पहुंचने से दवा कारोबारियों में अफरातफरी मच गई। मार्केट में स्थित मां भगवती मेडिकल एजेंसी और मां अंबे मेडिकल एजेंसी पर दवाओं की जांच और संचालकों से बातचीत कर व सुबूत लेकर टीम लौट गई।

पड़ोसी बागपत जिले में नारकोटिक्स विभाग की टीम ने नशीली दवाइयां बेचने के आरोप में कुछ दवा व्यापारियों को चिह्नित किया है। दवा व्यापारियों का संबंध मुजफ्फरनगर से भी मिला है। टीम के अधिकारियों के अनुसार बागपत के दवा व्यापारियों ने मुजफ्फरनगर की मेडिकल एजेंसियों से दवाओं की खरीदारी की है। लेन-देन मिलने पर टीम जांच की कड़ी में बुधवार को पहले मां अंबे मेडिकल एजेंसी पर पहुंची। वहां दवा कारोबारी से पूछताछ करने के बाद दवाओं की सैंपलिग के लिए जांच की। इसके बाद टीम मार्केट में ही स्थित मां भगवती मेडिकल एजेंसी पर पहुंची। वहां भी जांच और पूछताछ के बाद सुबूत जुटाकर मार्केट से चली गई। नारकोटिक्स विभाग की टीम को देखकर दवा कारोबारियों में अफरातफरी का माहौल रहा। ड्रग इंस्पेक्टर को नहीं थी जानकारी

में ड्रग इंस्पेक्टर के जार्च पर तैनात लवकुश प्रसाद को नारकोटिक्स विभाग की टीम के पहुंचने की जानकारी नहीं मिली। बुधवार को लवकुश प्रसाद मूल तैनाती स्थल हापुड़ जिले में रहे। उन्होंने बताया कि नारकोटिक्स विभाग की टीम के पहुंचने की जानकारी व्यापारियों से ही उन्हें मिली है, लेकिन नारकोटिक्स विभाग के अफसरों ने विभाग से संपर्क नहीं किया।

कुर्की की कार्रवाई का नोटिस चस्पा
खतौली : नवीन मंडी चौकी इंचार्ज प्रशांत गिरी ने बताया कि थाना पुलिस ने बताया कि जानलेवा हमले के मामले में आरोपी चांदसमंद गांव निवासी रोहित कुमार व सतीश पुत्र धर्मपाल के विरुद्ध धारा 307 की रिपोर्ट की गई थी। दोनों आरोपी की तलाश की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। इस बीच आरोपियों ने आत्मसमर्पण भी नहीं किया। पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर दोनों आरोपी के पेश न होने पर कुर्की की कार्रवाई के लिए उनके घर पर धारा-82 को नोटिस चस्पा किया है।