मेवात| हरियाणा HC ने मेवात में अतिक्रमण हटाने व पथराव के दौरान जिन घरों का इस्तेमाल हुआ था उस निर्माण को गिराने पर संज्ञान लेकर हरियाणा सरकार से जवाब तलब किया। HC ने खट्टर सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि इस मामले में कम्युनिटी विशेष को टारगेट किया जा रहा है, किसी भी निर्माण को गिराने से पहले नोटिस जारी करने की प्रक्रिया का पालन क्या सरकार ने किया है। अब HC के आदेशों के अनुपालना करते हुए जिले तोड़फोड़ अभियान को रोक दिया गया है। DC ने संबंधित अधिकारियों को अवैध निर्माण पर कार्रवाई रोकने के आदेश दिए हैं।

एवं हरियाणा HC ने बुलडोज़र एक्शन के मामले में सु-मोटो लिया और निर्माण ढांचे को गिराने पर रोक लगा दी। सु-मोटो को स्वतः संज्ञान कहा जाता है। हाईकोर्ट ने सरकार से एफिडेविट भी मांगा है और पूछा है कि अब तक कितने ढांचे गिराए गए हैं, सारी जानकारी अदालत को दी जाए।सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार की तरफ से AG बलदेव महाजन मौजूद थे।

नूंह में हिंसा के बाद हरियाणा सरकार का बुलडोजर एक्शन लिया। हिंसा प्रभावित नूंह में प्रशासन ने एक होटल समेत कई अवैध संरचनाओं पर बुलडोजर चला दिया। नूंह में नलहर रोड चौक के पास 3 मंजिला सहारा होटल, एक रेस्टोरेंट और टाइल्स के एक शोरूम पर बुलडोजर चला। होटल,शोरूम के अलावा रोहिंग्याओं की झुग्गियां पर भी बुलडोजर चला। हिंसा के बाद प्रशासन ने 753 अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया है। SDM अश्वनी कुमार ने बताया कि ये निर्माण अवैध थे और हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने इनका इस्तेमाल पत्थर फेंकने के लिए किया था।

मेवात-नूंह हिंसा के आरोपियों पर प्रशासन का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है। पुलिस हिंसा में शामिल आरोपियों की तलाश में लगातार अलग अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है। अब तक 56 FIR दर्ज की गई हैं। 147 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से 8 लोगों को पड़ोसी राजस्थान के भरतपुर-अलवर से गिरफ्तार किया गया है।

शोभायात्रा के दौरान जहां हिंसा हुई वहां बड़ी संख्या में रोहिंग्या रहते हैं, जो म्यांमार के रखाइन प्रांत से आये हैं। 2017 में भड़की हिंसा के बाद वह कई रास्तों से होते हुए भारत में घुसे और नूंह आए थे। यहां आने वाले अधिकांश रोहिंग्या के पास शरणार्थी होने का यूएन कार्ड है। पुलिस को इस बात की पुख्ता जानकारी मिली है कि शरणार्थी बनकर रह रहे कई रोहिंग्या मुसलमानों ने भी नूंह में साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने में बड़ी निभाई। इसके बाद पुलिस ने बड़ी गिरफ्तारी अभियान चलाई और 25 रोहिंग्या मुस्लिमों को गिरफ्तार किया।

इस घटना को लेकर पुलिस और प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल खड़े हो रहे थे, क्योंकि यात्रा पहले से ही तय थी और कई इनपुट ऐसे भी मिले थे कि यहां बवाल हो सकता है। फिर भी उस इनपुट को सीरियसली नहीं लिया गया। बड़ी संख्या में लोग खट्टर प्रशासन की काबिलियत पर सवाल उठा रहे थे, तथा पत्थरबाजों पर उचित कार्रवाई की मांग कर रहे थे।

जिसके बाद से बुलडोजर एक्शन जारी है। सोशल मिडिया पर उन्मादी पोस्ट करने वालों को चिन्हित करके जेल में डाला जा रहा है। अब इस एक्शन पर नूंह के SDM अश्विनी कुमार ने बताया कि सीएम के आदेश पर ही ये सारी कार्रवाई हुई है। सारा अवैध निर्माण है। दंगों में भी ये लोग शामिल थे, इसलिए सीएम के आदेश पर कार्रवाई की जा रही है।

दें की पहले गुरुवार को 4 घंटे लगातार उन इलाकों में बुलडोजर चला था जहां अवैध रूप से रोहिंग्या मुस्लिम रह रहे थे। इन्होनें भी जुलुस में शामिल लोगो पर पत्थर बरसाए थे। शुक्रवार को 250 से ज्यादा अवैध झुग्गियों को जमींदोज किया गया था। फिर शनिवार को भी मेडिकल कॉलेज के पास 45 दुकानों को हटाया गया था। फिर रविवार को भी ये कार्रवाई जारी रही।