शामली। हेल्थ वेलनेस सेंटर पर तैनात कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों को अब मोबाइल एप पर ऑनलाइन हाजिरी लगानी होगी और उसके आधार पर ही उन्हें मानदेय दिया जाएगा। किसी की हाजिरी कम मिलेगी तो उनको मानदेय भी कम दिया जाएगा। इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक के आदेश आने के बाद दिसंबर से व्यवस्था लागू कर दी गई है।
जनपद में 79 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों बनाए गए हैं और वहां मरीजों को उपचार देने के लिए कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों की तैनात की गई है। इन्हें प्रतिमाह 300 से 400 ओपीडी करने, शुगर, बीपी सहित अन्य जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इतना ही नहीं ई-संजीवनी के जरिये लोगों को डॉक्टरों से संपर्क कर परामर्श दिलाने का कार्य भी करना है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर तैनात कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों को पहले हाजिरी रजिस्टर पर लगानी पड़ती थी, लेकिन अब शासन ने इसके लिए नई व्यवस्था लागू कर दी है। कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों के लिए एप विकसित किया गया है और उनको सुबह नौ बजे हाजिरी लगानी पड़ेगी। शाम चार बजे पुन: उपस्थिति दर्ज करानी है और यदि वह ऑनलाइन हाजिरी नहीं लगाते है तो उनका मानदेय रोक दिया जाएगा।
इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक अर्पणा उपाध्याय ने सीएमओ को पत्र भेजकर ऑनलाइन हाजिरी के आधार पर ही मानदेय भुगतान करने की बात कही है। यह व्यवस्था दिसंबर से लागू कर दी गई है। डीपीएम आशुतोष ने बताया कि शासन के आदेश मिलने के बाद व्यवस्था लागू कर दी गई है और किसी विशेष परिस्थिति या तकनीकी दिक्कत होने पर संबंधित प्रभारी चिकित्साधिकारी की ओर से उपस्थिति प्रमाणित करने के बाद मानदेय का भुगतान किया जा सकता है। इसके लिए सभी सेंटरों पर आदेश जारी कर दिए हैं।