लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश में पूरब से लेकर पश्चिम तक एक बार फिर चिलचिलाती गर्मी सताने लगी है। मौसम की राहतों का दौर खत्‍म हो गया है। दिन में आसमान से आग बरस रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि प्रचंड गर्मी विभिन्‍न जिलों में और परेशान करेगी। इस हफ्ते भयंकर गर्मी पड़ने वाली है। तापमान और बढ़ेगा।

प्रयागराज में तल्ख गर्मी का सितम एक बार फिर से शुरू हो चुका है। दिन में झुलसा देने वाली तीखी धूप की वजह से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। मंगलवार को तेज धूप की वजह से दिन का पारा 42.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह सूबे में दूसरे स्थान पर हमीरपुर के बराबर रहा। गर्म शहरों के मामले में पहले स्थान पर 43 डिग्री सेल्सियस पारा के साथ कानपुर रहा। मौसम वैज्ञानिकों ने 16 मई से भीषण गर्मी के आसार जताए हैं। जिसे देखते हुए हीट वेव चलने की संभावना व्यक्त की गई है।

सोमवार रात हवा चलने से तापमान में आंशिक गिरावट आई और यह 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार को सुबह 10 बजे ही पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। जिसकी वजह से दिन में बाहर निकलना मुश्किल रहा। तपिश और गर्म हवा के थपेड़ों की वजह से त्वचा झुलसने का एहसास होता रहा। इसकी वजह से बाजारों में भी सामान्य दिनों की तुलना में भीड़ कम रही। लखनऊ मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक मो. दानिश ने बताया कि आगामी दिनों में गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा। इस बीच लू के चलने के भी आसार हैं।

मंगलवार को सूर्य के चारों तरफ बना आभामंडल शहरियों के लिए कौतुहल का विषय रहा। सूर्य के चारों ओर इंद्रधनुष की तरह बने गोल घेरे को देखने के लिए लोग मोबाइल से फोटो लेने लगे। जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल रहा। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भूगोल विभाग के प्रो. एआर सिद्दीकी ने बताया कि यह एक सामान्य घटना है। जब पृथ्वी सूर्य के 22 डिग्री कोण पर पहुंचती है तो वायुमंडल में मौजूद बर्फ के क्रिस्टल से होकर गुजरता प्रकाश सप्तरंगी आभामंडल तैयार करता है। इसे हम सोलर हालो के नाम से भी जानते हैं। पिछले वर्ष अप्रैल में भी इस तरह का प्रभामंडल देखने को मिला था।

ताजनगरी आगरा में सीजन के सबसे गर्म दिन शुरू होने वाले हैं। मौसम विभाग ने हीट वेव का अलर्ट जारी किया है। गुरुवार से जिले में गर्म हवाएं (लू) चलेंगी। इस दौरान दिन का तापमान 45 डिग्री या इससे भी अधिक हो सकता है। आने वाले दिनों के लिए सावधान होने की जरूरत है। सिर्फ एक दिन बाद हीट वेव शुरू होने वाली है। यह करीब पांच दिनों तक रहेगी।

इस दौरान सुबह से तेज धूप निकलेगी। दोपहर को गर्मी चरम पर होगी। रात का तापमान भी बढ़ेगा। यानि रात में भी बिना एसी या कूलर से नींद आने वाली नहीं है। ऐसे में बिना सावधानी बाहर निकलना खतरे भरा हो सकता है। 45 डिग्री या अधिक तापमान में ज्यादा देर तक रहने से हीट स्ट्रोक का सबसे ज्यादा खतरा है। यह 45 साल से अधिक उम्र के लोगों, डायबिटीज, ह््रदय या हायपरटेंशन (बीपी) के मरीजों को सबसे ज्यादा है। इसलिए ऐसे लोग धूप में ज्यादा न रहें। बाहर निकलने पर छाता, पानी की बोतल, सिर ढंकने के लिए टोपी या साफी लेकर चलें। बीच-बीच में ओआरएस का घोल पीते रहें। प्यास न लगने पर भी बार-बार थोड़ा पानी पीना जरूरी है।

मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य स्तर पर 42.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.3 डिग्री ज्यादा होकर 25.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। आर्द्रता का अधिकतम प्रतिशत 69 रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक 20 मई तक तापमान 44 से 45 डिग्री या इससे भी अधिक रह सकता है।

हीट स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा बच्चों और बुजुर्गों को है। स्कूली बच्चों के टिफिन में बाजार से खरीदी गई सामग्री जैसे ब्रेड, बर्गर आदि न रखें। घर का शुद्ध और ताजा खाना देकर भेजें। नमकीन, चिप्स आदि खाने की मना करें। चाय, काफी से दूर रखें क्योंकि यह चीजें पानी सोखती हैं। ऐसे मौसम में बुजुर्गों को धूप में नहीं भेजना चाहिए।

इन दिनों चारपहिया वाहन चालकों को अधिक सावधानी बरतनी होगी। कहीं जाने पर गाड़ियों में बच्चों, कुत्ते या बिल्ली जैसे पालतू जानवरों को न छोड़ें। उन्हें अधिक गर्मी से दिक्कत हो सकती है, बेहोशी छा सकती है। गाड़ियों के गर्म होने का भी ध्यान रखें। आग से बचने के लिए यात्रा के बीच में रुकते रहें और इंजन को ठंडा करते रहें।

वाराणसी में पछुवा का साथ मिला तो मौसम की भृकुटी फिर तन गई। असर यह कि धरती फिर तपने लगी। पिछले दिनों थोड़ी-बहुत जो राहत मिली थी वह भी खत्म हो गई। दिन के तापमान में उछाल आया है। वैसे मौसम विभाग ने भी 17 और 18 मई को हीट वेव का अलर्ट जारी किया है। वहीं 16-20 मई तक दिन का तापमान 44-45 डिग्री तक रहने का अनुमान है।

मंगलवार को दिन में तेज धूप निकली थी। दोपहर 12 बजे तक पुरवा हवा ने राहत दी। इसके बाद अचानक रुख बदल गया। इसके बाद पछुवा हवा चलने लगी। इसने तपन बढ़ा दी। करीब 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ चल रही थी। दोपहर बाद घरों से निकले लोग बेहाल रहे। गर्म हवा और तपिश से बचने के लिए पूरे बदन को ढंक कर राहगीर आते-जाते दिखे। दिन का तापमान सामान्य से एक डिग्री ज्यादा 41.7 और रात का तापमान 0.3 कम 25.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक सप्ताह के बाद दिन का पारा 40 डिग्री के पार पहुंचा है। मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने बताते हैं कि अभी राहत के आसार नहीं हैं। आसमान साफ है। ऐसे में तापमान में बढ़ोतरी होगी।