गाजियाबाद। साहिबाबाद थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी के रहने वाले निजी बैंक के अधिकारी ने पड़ोस में रहने वाली दो बहनों से दुष्कर्म किया। आरोपित ने उनका अश्लील वीडियो लिया, जिससे दोनों को ब्लैकमेल कर बार-बार दुष्कर्म करता था। दो बहनों में एक नाबालिग है। पुलिस ने आरोपित और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पुलिस अश्लील वीडियो को जब्त कर जांच कर रही है।
साहिबाबाद थाना क्षेत्र में पीड़ित व्यक्ति व्यापारी है। उनके पड़ोस में रहने वाला आरोपित ने एमबीए किया हुआ और वह एक निजी बैंक में अधिकारी है। आरोपित शादीशुदा है।
आरोप है कि पीड़ित की 19 वर्षीय बेटी को तीन साल पहले आरोपित ने अपने घर बुलाकर दुष्कर्म किया। तब वह 10वीं कक्षा में थी। आरोपित ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया और उसे इंटरनेट मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर बार-बार उसके साथ दुष्कर्म करता रहा।
आरोपित ने छह माह पहले उनकी 16 वर्षीय छोटी बेटी को घर बुलाकर दुष्कर्म किया। आरोप है कि उसे भी ब्लैकमेल कर कई बार हवस का शिकार बनाया। एक माह पहले छोटी बेटी ने अपनी मां को आरोपित के बारे में बता दिया। परेशान होकर पीड़ित परिवार ने मकान बदल दिया और दूसरी जगह रहने लगे। इसके बाद भी आरोपित छोटी बेटी को ब्लैकमेल कर उसे होटल में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
पुलिस ने बताया कि आरोपित ने अश्लील वीडियो को पैन ड्राइव में डालकर दिल्ली में रहने वाले अपने दोस्त के पास रखी थी। पुलिस ने पैन ड्राइव जब्त कर ली है। पुलिस ने दोस्त को भी नामजद किया है। इस पूरे मामले की जानकारी आरोपित की पत्नी और मां को भी थी। दोनों ने आरोपित का साथ दिया। जिस वजह से मां और पत्नी को नामजद किया गया है।
पीड़ित पिता ने पुलिस को बताया कि दोनों बेटियां आरोपित को अंकल कहती थीं। उन्हें आरोपित और उसके परिवार पर बहुत भरोसा था। वह बेटियों को उनकी देखरेख में घर छोड़ जाते थे। तभी आरोपित बेटी के साथ दुष्कर्म करता था, लेकिन आरोपित और उसकी पत्नी ने उनके भरोसे का कत्ल किया है। वह अब किसी पर भरोसा नहीं करेंगे।
पीड़ित परिवार को जब एक माह पहले आरोपित की करतूत के बारे में पता चला तो उन्होंने बदनामी के कारण अपना घर बदल दिया। बदनामी के कारण ही उन्होंने पुलिस से शिकायत नहीं की। थाना प्रभारी प्रदीप त्रिपाठी ने बताया कि बेटियों के माता-पिता बदनामी के कारण मुकदमा भी दर्ज नहीं करा रहे थे।
उन्होंने ऐसे आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने और सजा दिलाने के लिए पीड़ित परिवार का हौसला बढ़ाया। इसके बाद उन्होंने तहरीर लिखकर दी। पुलिस ने पाक्सो एक्ट, दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।