शामली। मेरठ-करनाल हाईवे पर मंगलवार सुबह रेहड़ा पलटने से एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएचसी झिंझाना में भर्ती कराया, वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
कस्बे के चंदनपुरी निवासी चांद के साथ साजिद और शाकिर रेहड़े से मंगलवार सुबह करनाल हाईवे से शामली जा रहे थे। जब वे लोग टाटा मोटर एजेंसी के सामने पहुंचे तो रेहडे का पिछला पहिया बैरिकेडिंग के पत्थर पर चढ़ने से पलट गया, जिससे तीनों लोग गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस और एंबुलेंस ने सभी घायलों को झिंझाना सीएचसी में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने शाकिर (25) को मृत घोषित कर दिया। शाकिर अपने पीछे पत्नी के अलावा डेढ़ वर्ष का एक बेटा छोड़ गया है। रेहड़ा चला रहे चांद को गंभीर हालत के चलते हायर सेंटर रेफर किया गया है। वहीं, सलीम को उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। परिजनों के मुताबिक तीनों शामली में मजदूरी करने के लिए जा रहे थे। थाना प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि सड़क दुर्घटना की खबर मिली है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
मेरठ-करनाल हाईवे के निर्माण के लिए निर्माण कंपनी ने कई जगह हाईवे वनवे कर रखा है। इसके लिए पत्थर के बैरियर कटों पर लगाकर बंद किया गया है। इसी स्थान पर तीन दिन पहले ही दो ट्रकों के भिड़ंत में चालक घायल हो गए थे, जबकि चार दिन पहले भी दो ट्रकों में टक्कर हो गई थी।
पुरानी बाइक में रेहड़ा जोड़कर बड़ी संख्या में जिले में सामान ढुलाई का कार्य करते हैं। इस तरह बाइक को रेहड़े में जोड़ना नियमों के खिलाफ है। सड़कों पर लोग इन्हें तेज रफ्तार से दौड़ाते हैं, जिससे हादसे की आशंका रहती है। यातायात पुलिसकर्मियों के सामने से रोजाना ऐसे रेहड़े बड़ी संख्या में गुजरते हैं, लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, जबकि इन दिनों यातायात पुलिस ने दुपहिया वाहन चालकों के खिलाफ अभियान चला रखा है, लेकिन ऐसे अवैध वाहन बड़ी संख्या में धड़ल्ले से जिले में दौड़ रहे हैं।