मेरठ. मेरठ में स्कूल यूनिफार्म पहने स्टूडेंट किसी सार्वजनिक स्थल पर दिखाई देते हैं तो इसकी जिम्मेदारी स्कूलों को होगी। मेरठ जिला प्रशासन ने स्कूलों से यह सख्ती बरतनी को कहा है। स्टूडेंट स्कूल टाइम में बाहर न घूमें। खासतौर पर कोई स्टूडेंट स्कूल की यूनिफार्म में मॉल, पार्क, रेस्टोरेंट या दूसरे पब्लिक प्लेस पर न दिखे।
बताते चलें कि पिछले महीने जुलाई के लास्ट में राज्य बाल संरक्षण आयोग ने स्कूल यूनिफार्म में घूमने पर सख्ती दिखाई है। बाल आयोग ने स्पष्ट आदेश दिया है कि कोई भी छात्र-छात्रा स्कूल यूनिफार्म में मॉल, पार्क, रेस्टोरेंट में घूमते नहीं दिखना चाहिए। ऐसा करने के पीछे बड़ा कारण आयोग ने बच्चों की सुरक्षा बताया है।
हर बोर्ड के स्कूलों को करना है फॉलो
मेरठ जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने हर बोर्ड के सभी स्कूलों को यह आदेश जारी कर दिया है। हर बोर्ड के स्कूल इसे फॉलो करेंगे। कोई भी छात्र-छात्रा स्कूल टाइम में बाहर नहीं दिखना चाहिए। स्कूल यूनिफार्म में खासतौर से स्टूडेंट मॉल, पार्क, होटल या कहीं न घूमें।
एंट्री, एग्जिट पर खास ध्यान दें स्कूल
जिला विद्यालाय निरीक्षक राजेश कुमार की तरफ से आदेश सभी सीबीएसई, आईसीएसई, यूपी बोर्ड, बेसिक शिक्षा के स्कूलों में भेजा गया है। साथ ही कहा गया है कि स्कूल रोजाना प्रेयर और क्लासेस में एक बार जरूर यह नियम बताएं। स्कूल में छात्रों की एंट्री, एग्जिट को भी गंभीरता से लिया जाए।
सार्वजनिक स्थलों पर लगाए जा रहे निर्देश
शासन के आदेश के बाद अब सार्वजनिक स्थलों पर यह निर्देश लगाए जा रहे हैं। शॉपिंग मॉल, मूवी हॉल, रेस्टोरेंट, पार्क हर जगह यह स्कूल यूनिफार्म में नो एंट्री के बोर्ड लगाए जाने हैं। इन जगहों पर तैनात सुरक्षाकर्मी स्कूल यूनिफार्म में आने वाले स्टूडेंट्स को प्रवेश नहीं देंगे।
बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी
बाल आयोग की सदस्य डॉ. शुचिता ने पिछले महीने यह आदेश दिया था। आयोग के अनुसार बच्चे यूनिफार्म पहनकर इन स्थानों पर जाते हैं इससे उनके साथ अप्रिय घटना हो सकती है। यूनिफार्म देखकर बच्चों को टार्गट करने का खतरा बढ़ जाता है। बच्चा कौन से स्कूल का है, कहां से है यह आसानी से पता चल जाता है। असामाजिक तत्व यूनिफार्म पहने हुए विद्यार्थियों को ब्लैकमेल करते हैं। कभी-कभी इसके परिणाम बहुत घातक होते हैं।