भिवाड़ी| अलवर के भिवाड़ी से पाकिस्तान पहुंजी अंजू रफाइल ने 100 ग्राम सोने में इस्लाम कबूल कर लिया है। इतना ही नहीं उसने अपने महबूब नसरुल्लाह को अपना शौहर भी कबूल कर लिया है। एक तरफ पाकिस्तान में खाने को लाले पड़े है तो दूसरी तरफ करीब साढ़े 22 लाख पाकिस्तानी रुपए की कीमत अदाकर भारतीय महिला को इस्लाम कबूल कराया गया है। फिलहाल ईसाई से इस्लाम को कबूल करने वाले अलवर की अंजू का पूरा सच सामने आना बाकी है लेकिन जिस तरह से घटनाक्रम चल रहा है। इससे कोई संदेश नहीं रह जाता है कि अंजू अब पूख्तनों की बीवी बन चुकी हैं। यह सब हुआ है एक 100 रुपए के स्टांप पेपर पर।

पाकिस्तान में निकाह करने का के बाद अंजू राइफेल का निकाहनाम सोशल मीडिया पर है। इसका मजमून कुछ यूं है—मिन्का मस्मा फैजलामा बेटी प्रसाद फ्लैट नंबर 704 नादिर टेरा एलिगेंस भिवाड़ी, अलवर एच राजस्थान भारत घोषित। कि मुन मुखल्फा का पिछला नाम अंजू था और मैं ईसाई धर्म से थी। मन मुखलाफ़ा ने बिना किसी दबाव या अनिच्छा के, बिना किसी के दबाव के, ख़ुशी-ख़ुशी इस्लाम कबूल कर लिया है। इसके लिए मैं अपने देश भारत से यहां पाकिस्तान आई हूं। मन मुखलाफ़ा ने गवाहों के सामने, मुस्लिम शरिया के अनुसार 10 तोला सोने के दहेज के बदले में स्वेच्छा से मुझसे नसरुल्लाह से शादी की है और नसरुल्लाह मिन मुखलफ़ा के वैध पति हैं। मिन मुहाफ़ा ने अपनी इच्छा और इच्छा के अनुसार उक्त नसरुल्लाह से शादी की है। यह मेरा कथन सत्य एवं सही है तथा मैंने इस संबंध में कुछ भी छिपाकर नहीं रखा है। अल-मरकुम:- 25/07/2923 गुल मौला खान का पुत्र नसरुल्लाह। उसका नाम फातिमा है”

नसरुल्ला और अंजू का निकाह औपचारिक रूप से जिला अदालत अपर दीर में हुआ है। कपल ने ‘अंजू वेड्स नसरुल्लाह’ शीर्षक से एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें वादियों में दोनों हाथ पकड़कर चलते और एक-दूसरे के करीब बैठे हुए नजर आ रहे हैं। इससे पहले दोनों ने दावा किया था कि हमारी शादी की कोई योजना नहीं है, लेकिन अब इस ख़बर ने हर किसी को चौंका दिया है।