
सहारनपुर/मुजफ्फरनगर/शामली। जीएसटी की टीम ने मंडल के सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली की 11 फर्मों पर छापेमारी की। इस दौरान छापेमारी में जहां 170 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पकड़ी गईं, वहीं आठ फर्म बोगस पाई गईं। जीएसटी ने कारोबारियों से 24 लाख रुपये जमा कराए, वहीं बोगस पाईं गईं फर्मों के रजिस्ट्रेशन खारिज करने की कार्रवाई की जा रही है।
जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर (ग्रेड-वन) एसपी सिंह के निर्देश पर विभाग की एसआईबी टीम द्वारा मंडल के तीनों में जिलों में छापेमारी की। इस दौरान सामने आया कि फर्मों द्वारा बिना माल की वास्तविक आपूर्ति किए मात्रक प्रपत्रों का आदान प्रदान कर आईटीसी पास आन की जा रही थी।
साथ ही सहारनपुर, शामली व मुजफ्फरनगर स्थित इन फर्म्स द्वारा चेन बनाकर आपस में केवल आईटीसी पास ऑन की जा रही थी। जिससे सरकार को राजस्व की हानि हो रही थी।
इन फर्मों के द्वारा लगभग रुपये 171 करोड़ की इनवर्ड सप्लाई प्राप्त करना प्रदर्शित करते हुए लगभग रुपये 170 करोड़ की आउटवर्ड सप्लाई की गई। इस आउटवर्ड सप्लाई के सापेक्ष रुपये 30 करोड़ की आईटीसी अनुचित रूप से पास ऑन की गई।
एडिशनल कमिश्नर ने बताया कि जीएसटी की जांच में 11 में से आठ फर्म बोगस मिलीं । जबकि तीन फर्मों से 24 लाख रुपये जमा कराए गए हैं। फर्मों की जांच के लिए दस टीमें बनाई गई थीं। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा सतत रूप से निगरानी की जा रही है। इस तरह की फर्मों के विरुद्ध आने वाले दिनों में लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
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