शामली। शामली में बकाया गन्ना भुगतान को लेकर प्रशासन की चेतावनी दर चेतावनी का जिले की चीनी मिलों पर कोई असर होता नहीं दिख रहा है। कई बार चेतावनी के बाद भी गन्ना भुगतान की रफ्तार काफी धीमी है। डीएम जसजीत कौर ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिले के चीनी मिलों के अफसरों की बैठक बुलाकर वर्ष 2020-21 पेराई सत्र के बकाया गन्ना भुगतान की समीक्षा की। बकाया गन्ना भुगतान न करने पर नाराजगी जताई। फिर से चेतावनी दी कि गन्ना भुगतान में लापरवाही बरतने वाली मिलों के अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी।

डीसीओ विजय बहादुर सिंह ने जिले की चीनी मिलों के भुगतान की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि पेराई सत्र 2020-21 में शामली चीनी मिल द्वारा 366.46 करोड़ के सापेक्ष 269.25 करोड़ का भुगतान किया है। ऊन चीनी मिल द्वारा 337.10 करोड़ के सापेक्ष 271.17 और थानाभवन चीनी मिल द्वारा 439.40 करोड़ के सापेक्ष 255.53 करोड़ का भुगतान किया है। डीसीओ ने बताया कि जिले की चीनी मिलों पर 347 करोड़ रुपये बकाया है।

डीएम ने बकाया गन्ना भुगतान लक्ष्य के अनुरूप न होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने सभी चीनी मिलों के प्रतिनिधियों को शीघ्रता से भुगतान करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसानों के अवशेष गन्ना मूल्य भुगतान में किसी भी प्रकार की कोताही बरती जाती है तो संबंधित चीनी मिल के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में शामली चीनी मिल गन्ना महाप्रबंधक कुलदीप पिलानिया, एकाउंट हेड विजित जैन, चीनी मिल थानाभवन से यूनिट हेड वीरपाल सिंह, गन्ना महाप्रबंधक जेबी तोमर और चीनी मिल ऊन से गन्ना महाप्रबंधक अनिल कुमार अहलावत एकाउंट हेड विक्रम सिंह मौजूद रहे।
पिछले सत्र का बकाया गन्ना भुगतान का आंकड़ा करोड़ में
मिल- – देय भुगतान- अवशेष भुगतान करोड़ में प्रतिशत
शामली- -366.46- 97.21 73.47 प्रतिशत
ऊन- -337.10- 65.94 80.44 प्रतिशत
थानाभवन- 439.40- 183.86 58.16 प्रतिशत
कुल भुगतान- 1142.96- 347.01 69.64 प्रतिशत