
शामली। राष्ट्रीय लोकदल के दर्जनों पदाधिकारियों ने शामली कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर देश के राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम सदर संदीप कुमार को सौंपा। जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि संबंधित कानूनों को निरस्त कराए जाने की मांग की है।
बुधवार को राष्ट्रीय लोकदल के दर्जनों पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष योगेंद्र सिंह चेयरमैन के नेतृत्व में शामली कलेक्ट्रेट में जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने देश के राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन एसडीम सदर संदीप कुमार को सौंपा।जिसमें उन्होंने कहा कि कृषि प्रधान देश के किसानों ने सदैव देश की अर्थव्यवस्था में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी और लॉकडाउन के फल स्वरुप भी किसानों द्वारा उत्पादन करके अर्थव्यवस्था में सहयोग दिया है, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा कृषि संबंधित ऐसे कानून पारित किए गए हैं। जिससे लागू होने से किसानों की स्थिति सोचनीय नहीं बल्कि दयनीय हो गई है। आज देश के किसान अपनी संभावित व्यथाओं से आशंकित होकर आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी कानूनों के फल स्वरुप मंडी समिति और एमएसपी समाप्त हो जाएगी तथा कारपोरेट जगत की स्वेच्छा से दी जाने वाली कीमत पर कृषि उपज की खरीद होगी और पूंजीपतियों और किसानों के बीच संभावित विवादों का निस्तारण भी सिविल कोर्ट में ना होने से किसानों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन होगा। इकरारनामा के माध्यम से किसानों का शोषण होगा और तैयार फसलों की कीमत गुणवत्ता के बहाने कम मिल पाएंगे।भंडारण की सीमा कारपोरेट जगत के पक्ष में समाप्त हो जाएंगे जिसका लाभ किसानों को न मिल कर सीधे पूंजी पतियों को मिलेगा। उन्होंने किसानों के विरोध में पारित किए गए ऐसे कानूनों को तुरंत निरस्त कराए जाने की मांग की है। इस अवसर पर अशरफ अली खान, वाजिद अली प्रमुख, अनवार चौधरी, सुनील मलिक, आशुतोष पवार, पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल, मंगल सिंह पवार, सोहनपाल, सरदार गुलाब सिंह, परविंदर सिंह, फिरोज खान, प्रदीप कुमार, मोहम्मद हामिद, मुबारक अली, आशुतोष, नैन सिंह मलिक, जसबीर सिंह, हर्ष चौधरी, आशीष चौधरी आदि मौजूद रहे। इसके अलावा दर्जनों किसानों ने भी देश के राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा, जिसमें उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसान विरोधी कृषि अध्यादेश पास किया गया है। जिसके विरोध में देशभर का किसान दिल्ली में धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है।किसान अपनी बात कहना चाहते हैं, लेकिन केंद्र सरकार किसानों की बात को सुनने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि तीनों किसान विरोधी कानूनों को निरस्त कराया जाए ताकि किसानों को होने वाली परेशानियों से बचाया जा सके। इस अवसर पर राजन जावला, पंकज सरोहा, बबलु राणा, हिमांशु, सोनू तोमर, शिवम आदि मौजूद रहे।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लगाए गए लॉकडाउन के बाद देशभर के व्यापारियों को हुई आर्थिक परेशानियों को लेकर बुधवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के तत्वाधान में व्यापारियों ने जनपद के विभिन्न स्थानों पर धरना प्रदर्शन कर व्यापारियों को आर्थिक पैकेज दिए जाने की मांग की है। बुधवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम दास गर्ग के नेतृत्व में शहर के सुभाष चौक पर दर्जनों व्यापारियों ने इकटठा होकर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम दास गर्ग ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते देश में लॉकडाउन घोषित किया गया था। लॉकडाउन के कारण देश भर के व्यापारियों की दुकानें कई माह तक बंद रही। जिससे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान हुआ है। व्यापारी को हुए नुकसान से व्यापारी के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, जिससे वह उभर नहीं पा रहा है। उन्होंने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन कर व्यापारियों को आर्थिक पैकेज जारी कराए जाने की मांग कर रहा है। जिसमें व्यापारियों का 3 माह का बिजली बिल माफ किया जाए। 3 माह का बैंकों का ब्याज माफ किया जाए। 3 माह की ईएमआई की जिम्मेदारी स्वयं सरकार ले। 60 वर्ष से ऊपर के व्यापारियों को तत्काल प्रभाव से पेंशन योजना का लाभ दिया जाए। कमर्शियल विद्युत दरें घरेलू दरों में तब्दील किए जाए।ं मंडी समिति शुल्क समाप्त किया जाए। संविधान में संशोधन करके व्यापारी कॉन्स्टिट्यूशन का सर्जन किया जाए। इस दौरान सभी व्यापारियों ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया। इस अवसर पर सूर्यवीर सिंह, सुभाष धीमान, रवि संगल, विकास धीमान, पंकज वालिया, नरेन्द्र अग्रवाल आदि मौजूद रहे। इसके अलावा व्यापारियों ने कस्बा बनत, गढीपुख्ता, कांधला, कैराना, थानाभवन में भी धरना प्रदर्शन किया। कस्बा बनत स्थित रविदास मंदिर के बाहर व्यापारियों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया, जिसमें व्यापारियों ने अपनी सात सूत्रीय मांगों का समर्थन किया और मांगे पूरी न होने पर आन्दोलन करने की चेतावनी दी। मौके पर लोकेश कुमार कश्यप, अशोक नामदेव, विकास गांधी, रजनीश संगल, उदयवीर सिंह, नितिन अरोरा, सुशील वर्मा, दीपक नामदेव, संजीव कुमार, दीपक कुमार, अनिल कमार, जयकुमार आदि मौजूद रहे।
एनसीसी कैडेटों ने चलाया स्वच्छता अभियान
शामली। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय किसान इंटर कालेज की 85 यूपी बटालियन शामली के एनसीसी कैडेटों स्वच्छता अभियान चलाया गया। स्वच्छता अभियान में एनसीसी कैडेटों ने बढ-चढ़कर हिस्सा लिया।
बुधवार को 85 यूपी बटालियन शामली के एनसीसी कैडेटो द्वारा शामली में यमुना नहर के करनाल रोड़ पर स्थित पुल के पास स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छता अभियान चलाया गया। स्वच्छता अभियान का शुभारंभ करते हुए कैप्टन लोकेन्द्र ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य एवं जनहित के महत्वपूर्ण कार्यक्रम स्वच्छ भारत मिशन को हम तभी सफल बना सकते है। जब हम इस कार्यक्रम के साथ मन से जुड़े। समाज में एनसीसी कैडेटो से ज्यादा उम्मीदे की जाती है कि वे हर कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न करे। इसलिए हम इस कार्यक्रम को लगन, मेहनत और मन से पूर्ण करना होगा। स्वच्छता कार्यक्रम में कैडेटो ने नहर से भारी मात्रा में बड़े बोरों में कूड़ा इकट्ठा किया। ज्यादातर कूड़ा धार्मिक पर्वो पर डाला गया है। कूडा इकट्ठा करने के बाद सभी कैड़ेटो के हाथ धुलवाए गए और सैनेटाइज कराये गये। कार्यक्रम में कोविड़ 19 के नियमों का पालन किया गया। इस दौरान कैड़ेटों ने बढ़-चढ़कर अभियान में भाग लिया। कार्यक्रम में दिनेश कुमार, कैप्टन रजत मलिक, दीपक, प्रभात मलिक, अक्षय कुमार, प्रवीण कुमार, हर्ष कुमार, रवि आदि ने भाग लिया। इसके अलावा शहर के विभिन्न स्कूलों के एनसीसी कैडेटों द्वारा शहर के हनुमान टीला हनुमान धाम, माजरा रोड, रोडवेज बस स्टेंड पर भी स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत साफ सफाई अभियान चलाया गया।
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