
रोहाना कलां/चरथावल (मुजफ्फरनगर)। इस बार गन्ने के उत्पादन में गिरावट के कारण चीनी मिलों ने गन्ने का अतिरिक्त बेसिक कोटा बढ़ाने की तैयारी कर ली है। मिल प्रबंधन की मांग पर शासन ने मुजफ्फरनगर रोहाना मिल के बेसिक कोटे में 6.21 लाख क्विंटल और सहारनपुर की देवबंद चीनी मिल में 2.50 लाख क्विंटल की अतिरिक्त वृद्घि की है। किसानों को चालू पेराई सत्र के दौरान कोल्हुओं पर कम दाम पर गन्ना नहीं बेचना पड़ेगा।
रोहाना गन्ना समिति क्षेत्र की पांच चीनी मिलों रोहाना, देवबंद, तितावी, थानाभवन और खाईखेड़ी को किसान अब तक 52.80 लाख क्विंटल गन्ना आपूर्ति कर चुके हैं। पिछले पेराई सत्र में रोहाना समिति क्षेत्र की इन चीनी मिलों ने 1.03 करोड़ क्विंटल गन्ने की पेराई की थी। फिलहाल रोहाना मिल 19.28 लाख क्विंटल, देवबंद मिल ने 18.50 लाख, तितावी मिल ने 9.25 लाख, बजाज शुगर मिल थानाभवन शामली ने 1.52 और खाईखेड़ी मिल ने 4.22 लाख क्विंटल गन्ना पेराई कर लिया है। समिति सचिव एसपी सिंह ने बताया कि इस बार भी चीनी मिलें समिति के माध्यम से 1.10 करोड़ गन्ना खरीद करेगी। बेहतर उत्पादन के लिए खेतों में किसानों से नई प्रजाति गन्ना पौध रोपित करने की अपील की है।
देवबंद त्रिवेणी शुगर मिल के यूनिट हेड पुष्कर मिश्र ने बताया मिल के अंतर्गत जिन किसानों के पास सट्टे से अधिक गन्ना बचा है, उनका सर्वे कराने के बाद अतिरिक्त पर्चियां दी जाएंगी। अधिक गन्ना और कम पर्चियों वाले किसानों को सामान्य बढ़ोतरी के माध्यम से कैलेंडर में पर्चियां लगा दी है। चरथावल क्षेत्र के 26 क्रय केंद्र सहित मुजफ्फरनगर जिले में 39 केंद्र संचालित है। 22 जनवरी तक सहारनपुर और मुजफ्फरनगर जिले के किसानों का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने किसानों से पूरा गन्ना मिल को आपूर्ति कर बेसिक कोटा बढ़ाने की अपील की है। अभी तक दोनों जिलों के संचालित 123 केंद्रों और मिल गेट पर 28 लाख क्विंटल से अधिक गन्ने की आपूर्ति की जा चुकी है।
पेराई क्षमता में वृद्घि के कारण रोहाना को 6.21 लाख और देवबंद मिल समिति क्षेत्र में 2.50 लाख अतिरिक्त बेसिक कोटे की मंजूरी मिली है। किसानों के लिए दोनों मिलों का बेसिक कोटा बढ़ने से लाभ होगा। उन्हें कम दामों पर कोल्हुओं आदि पर गन्ना नहीं बेचना पड़ेगा। – शशि प्रकाश सिंह, सचिव, रोहाना समिति
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