लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी स्कूल गोयला लखनऊ में बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे मील की रोटी को जमीन पर बोरे पर रखने के मामले में बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी की है। साथ ही पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है। वहीं, खंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल का निरीक्षण कर पूरे स्टाफ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
मामला दो दिन पहले का है। बख्शी का तालाब क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गोयला का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मील की रोटी को रसाइया ने जमीन पर बोरे पर रख दिया। आसपास पर्याप्त साफ-सफाई भी नहीं दिख थी। बोरे पर रोटी रखने के मामले का वीडियो वायरल होने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया।
बीएसए अरुण कुमार ने बताया कि बख्शी का तालाब की खंड शिक्षा अधिकारी प्रीती शुक्ला को कारण बताओ नोटिस जारी कर उन्हें चेतावनी देते हुए जवाब मांगा गया है। यह भी पूछा गया है कि आखिर इतने शिक्षक व रसोइया होने के बाद भी बच्चों के मिड डे मील में इतनी लापरवाही क्यों बरती गई। रिपोर्ट आने पर संबंधित शिक्षकों पर कार्यवाही की जाएगी।
खंड शिक्षा अधिकारी प्रीती शुक्ला प्राइमरी स्कूल गोयला का निरीक्षण करने पहुंचीं। उन्होंने बताया कि स्कूल में एक प्रधानाध्यापिका, तीन सहायक अध्यापिका व तीन रसोइया हैं। मिड डे मील के समय प्रधानाध्यापिका छुट्टी पर थीं। मिड डे मील के लिए आई रोटी को जमीन व बोरी पर रखने में रसोइया का रवैया गैर जिम्मेदाराना है। उनका दावा है कि बच्चों के खाने के बाद ही बची हुई रोटी जमीन पर रसाइया ने रखीं। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए था। पूरे स्टाफ को नोटिस जारी कर जवाब लिया गया है। भविष्य में ऐसा न हो, इसकी चेतावनी दी गई है। अपनी रिपोर्ट बीएसए को भेज रहे हैं।
बीईओ का कहना है कि जो वीडियो वायरल होने की बात सामने आई है, वह रसोइया की बच्ची ने ही बनाया था। यहां तीन महिला रसोइया हैं, बच्ची को दो बार बुलवाया गया, लेकिन वह नहीं आई।