मुजफ्फरनगर। नगर पालिका प्रशासन पर अपनी मांगों को संवेदनशीलता से नहीं लेने का आरोप लगाकर सफाई कर्मचारी संघ ने हड़ताल शुरू कर दी। कर्मचारियों ने पालिका परिसर में प्रदर्शन के बाद धरना शुरू कर दिया। कूड़ा उठाने वाले वाहन पालिका में खड़े कर दिए।
पालिका सफाई कर्मचारी संघ ने सुबह के समय प्रदर्शन करते हुए कामबंद हड़ताल शुरू कर दी। सफाई कर्मियों की मांग है कि सीमा विस्तार के बाद शहर में 800 सफाई कर्मी बढ़ाए जाने चाहिए। सफाई कर्मियों ने शहर के समस्त कूडा वाहन पालिका परिसर में ही खड़े कर दिए। शहर में कहीं से कूड़े का उठान नहीं हुआ। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नीरज कुमार का कहना है कि आठ सूत्रीय मांगों को लेकर चेयरपर्सन और ईओ को कई बार नोटिस भेजा जा चुका है। मांगों को लेकर पालिका प्रशासन गंभीर नहीं है। मजबूरी में संघ को हड़ताल का निर्णय लेना पड़ा। धरने का संचालन संघ के महामंत्री मिलन कुमार ने किया।
सफाई कर्मचारी संघ की मांग है कि 800 सफाई कर्मी आउटसोर्स में रखे जाएं। वर्दी की धनराशि में वृद्धि हो, सफाई नायकों को आवास मिलें। कर्मचारियों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण हो, सेवानिवृत्त कर्मियों के परिवार से आउटसोर्स पर कर्मचारी रखे जाएं।
सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नीरज बिडला का कहना है कि हम कर्मचारी हितों की मांग लगातार कर रहे हैं। हम पालिका प्रशासन से टकराव नहीं चाहते। प्रशासन सहानुभूति पूर्वक हमारी मांगों पर विचार करे तो समस्या का हल निकल जाएगा।
चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप का कहना है कि सफाई कर्मचारी संघ की जो जायज मांग है, उन्हें माना जा सकता है। ठेका कर्मी किसी हड़ताल में शामिल नहीं हो सकते। हम बातचीत के लिए तैयार है। मगर, दबाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अतुल कुमार ने पालिका कर्मियों की हड़ताल के बाद दो नोटिस जारी किए गए हैं। इनमें एक नोटिस आउटसोर्सिंग में कार्य कर रहे ठेका कर्मियों को जारी हुआ है। चेतावनी दी गई है कि हड़ताल के दौरान का वेतन नहीं दिया जाएगा। संविदा कर्मियों के नोटिस में नौकरी से हटाने की चेतावनी दी गई है। अतुल कुमार का कहना है कि नियम एवं शर्तों के हिसाब से ठेकाकर्मी और संविदा कर्मी हड़ताल में शामिल नहीं हो सकते हैं।