मेरठ। स्क्वाड्रन लीडर अभिनव चौधरी का शनिवार दोपहर उनके पैतृक गांव पुसार में सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान शहीद को अंतिम विदाई देते हुए हर किसी की आंख नम हो गई। हजारों की संख्या में मौजूद ग्रामीण भारत माता की जय और शहीद अभिनव चौधरी अमर रहे के जयकारे लगाते रहे। ताऊ सूबे सिंह ने अपने लाडले की चिता को फफकते हुए मुखाग्नि दी।
अभिनव चौधरी का पार्थिव शरीर पहुंचने से पहले ही उनके घर पर हजारों की संख्या में लोग जुट गए थे। ट्रैक्टर-ट्रॉली और बाइकों व कारों के लंबे काफिले के साथ ग्रामीण उनके पार्थिव शरीर को लेकर आ रहे सेना के ट्रक से आगे चल रहे थे। बड़ी संख्या में गांव की गलियों और छतों पर लोग अंतिम दर्शन के लिए खड़े थे। पूरा गांव शहीद अभिनव चौधरी अमर रहे के उद्घोष से गूंज रहा था। घर पर कुछ देर के लिए अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को रखा गया। ग्रामीणों ने देश के सपूत को पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वहीं अंतिम यात्रा में ग्रामीण पुष्प वर्षा करते और उद्घोष करते हुए चल रहे थे। गांव के श्मशान में सैनिक सम्मान के साथ अभिनव चौधरी को अंतिम विदाई दी गई।
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अपने जांबाज पुत्र की चिता को मुखाग्नि देते हुए ताऊ सूबे सिंह चौधरी फफक कर रो पड़े। जिससे वहां मौजूद सभी ग्रामीणों की आंख नम हो गई। अभिनव सिंह को विधायक सहेंद्र सिंह रमाला, विधायक योगेश धामा, भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, मद्य निषेद्य बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप उज्ज्वल आदि ने श्रद्धांजलि दी।
पंजाब के मोगा जिले में मिग-21 क्रैश होने से शहीद हुए स्क्वाड्रन लीडर अभिनव चौधरी का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर शनिवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे उनके पैतृक गांव पुसार में पहुंच था। माता सत्या चौधरी, पिता सतेंद्र चौधरी व पत्नी सोनिका के साथ अन्य परिजन भी मौजूद हैं।
वहीं शहीद के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। दूरदराज के गांवों से भी लोग अभिनव चौधरी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। वहीं गांव के रास्ते पर ग्रामीण हाथों में तिरंगे लिए उनके इंतजार में खड़े रहे। इस दौरान भारत माता की जय और अभिनव चौधरी अमर रहे के जयकारों से पूरा गांव गूंज उठा।
इससे पहले उनका पार्थिव शरीर आज सुबह उनके मेरठ में गंगासागर आवास पर पहुंचा था। इसके बाद पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पुसार में लाया गया। इसके बाद सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पंजाब के मोगा में गुरुवार को भारतीय वायुसेना के मिग-21 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त होने पर अभिनव चौधरी शहीद हो गए थे।
हिंडन एयरबेस स्टेशन से शहीद पायलट अभिनव चौधरी का पार्थिव शरीर गंगासागर स्थित उनके आवास पर लाया गया। पार्थिव शरीर के साथ एयरफोर्स के अधिकारी साथ आए, हालांकि उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए विशेष वाहन से उतारा गया। अभिनव के अंतिम दर्शन को देखते ही परिवार की आंखें भर आईं और बहन का रो-रोकर बुरा हाल था।
मात्र 30 मिनट में ही सेना और एयरफोर्स के अधिकारी पार्थिव शरीर को लेकर बागपत रवाना हो गए थे। गंगानगर में पहुंचते ही माहौल गमजदा हो गया था। हर कोई अभिनव की बातें याद कर रो रहा था। वहीं, कई लोग वही चर्चा कर रहे थे कि जब मिग-21 से इतने हादसे हो चुके तो सरकार इन्हें बंद क्यों नहीं करती।