शामली। स्थानीय चीनी मिल में मंगलवार को ज्वाइंट पाइप फटने से स्टीम की चपेट में आकर झुलसे कर्मचारी कबाड़ी (59) की करनाल में उपचार के दौरान मौत हो गई। 14 घंटे बाद शामली चीनी मिल मंगलवार रात में चालू हो गई है, लेकिन दिनभर गन्ना वाहनों के जाम लगा रहने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। दूसरी छोटी टरबाइन चालू कर गन्ने की पेराई का कार्य शुरू कराया है।

शामली चीनी मिल में मंगलवार सुबह करीब सात बजे मुख्य टरबाइन का ज्वाइंट पाइप फटने से मिल बंद हो गई थी। मिल अधिकारियों ने किसानों को मोबाइल पर मेसेज भेजकर व अनाउंस कराकर गन्ना न लाने की अपील की थी ताकि शहर में जाम की समस्या न बन सके। इसके बाद मिल में इंजीनियरों की टीम मरम्मत काम में जुट गई थी। मिल के एजीएम केन दीपक राणा ने बताया कि मिल में रखी छोटी टरबाइन की इंजीनियरों ने जांच करने के बाद चालू कर दिया है। मिल में गन्ने की पेराई 14 घंटे बाद रात में करीब नौ बजे शुरू हो गई थी, हालांकि मिल धीमी गति से चल रहा है। मिल चालू होने की सूचना मिलते ही सुबह से ही किसानों ने ट्रैक्टर-ट्राली व भैंसा-बुग्गी से गन्ना लेकर मिल पर पहुंचना शुरू हो गए थे। एक साथ गन्ना वाहनों के आने के कारण दोपहर से ही शहर में जाम की स्थिति बन गई। मिल रोड से लेकर एमएसके रोड पर वीवी इंटर कॉलेज तक व शिव चौक और अस्पताल रोड पर गन्ना वाहनों की लाइन लगी रही। गन्ना वाहनों की लाइन लगी होने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ा।

शामली। शामली चीनी मिल में टरबाइन के ज्वाइंट पाइप फटने से स्टीम में झुलसे कर्मचारी की कबाड़ी (59) करनाल अस्पताल में उपचार के दौरान मौत से परिवार में गम का माहौल है। परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल बना है।

इस हादसे में एक अन्य कर्मचारी भी मामूली रूप से झुलसा था, जिसे उपचार के बाद घर भेज दिया गया था। कर्मचारी की मौत की सूचना पर मिल अधिकारी भी करनाल पहुंच गए। मृतक कर्मचारी के घर पहुंचकर लोगों ने परिजनों को ढांढस बंधाया। परिजन व मोहल्लेवासी शव के आने का इंतजार कर रहे हैं। चीनी मिल के एजीएम केन दीपक राणा ने बताया कि मृतक मिलकर्मी के शव का करनाल में ही बृहस्पतिवार को पोस्टमार्टम होगा।

शामली। हादसे के शिकार हुए कबाड़ी के बड़े पुत्र अंकुर की दो दिन पहले सोमवार को शादी हुई है। उसी दिन रात को आठ बजे कबाड़ी चीनी मिल में ड्यूटी करने पहुंच गए, उन्हें व उनके परिजनों को नहीं पता था कि वह हादसे के शिकार हो जाएंगे।

चीनी मिल में हादसे का शिकार हुए मिल कर्मचारी कबाड़ी के चार पुत्री व दो पुत्र है। दो बड़ी पुत्री सोनिया व अंजली की शादी पहले हो चुकी है। दो पुत्र अंकुर व अमन है। मिलकर्मी की पत्नी रमेशो ने रोते हुए बताया कि उनके पति कबाड़ी यह कहकर घर से गए थे कि वह चार दिन से छुट्टी पर था और उन्हें अब ड्यूटी पर जाना है। बरात के साथ दुल्हन के घर पहुंचने के बाद ही वह ड्यूटी के लिए घर से निकल गए थे। पत्नी ने बताया कि उसने ड्यूटी पर जाने की जल्दी में उन्होंने चाय तक भी नहीं पी थी।