मेरठ| मेरठ में अधिवक्ता द्वारा नाबालिग किशोरी से यौन शोषण के मामले में पुलिस ने आरोपी अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता को उत्तराखंड से गिरफ्तार कर लिया गया है। हाबता दें कि अधिवक्ता की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कई दिन से ताबड़तोड़ दबिश दे रही थी। नाबालिग किशोरी के बयान होने के बाद से ही वह फरार चल रहा था। वहीं प्रकरण की जांच में कई बड़े खुलासे हुए हैं। मामले में आरोपी दो भाजपा नेताओं की जांच पड़ताल जारी है।
पॉक्सो में नामजद अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता की अय्याशियाें के बारे में नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं। वह ऐसे मामले उजागर होने के बाद पैसे देकर मामले को रफा-दफा कर देता था। किशोरी के बरामद होने के बाद रमेश चंद गुप्ता ने बयान उसके खिलाफ नहीं देने के मामले में भी 10 लाख रुपये का ऑफर दिया था। ये सौदेबाजी 50 लाख रुपये तक पहुंच गए।
पॉक्सो में नामजद अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता ने घर में बनाए कैंप ऑफिस को अय्याशी का अड्डा बना रखा था। ऑफिस के रेस्ट रूम में उसने लड़कियों की शॉर्ट ड्रेस रखी थीं। यही शॉर्ट ड्रेस लड़कियों को पहनाकर अधिवक्ता यौन शोषण करता था।
रविवार को सीओ दौराला ने कई थानों की पुलिस के साथ आरोपी के घर पर दबिश दी तो कैंप ऑफिस से शॉर्ट ड्रेस बरामद हुईं। पुलिस ने यहां मिले लैपटॉप, कंप्यूटर का सीपीयू और पासपोर्ट कब्जे में ले लिया। पुलिस अधिवक्ता की तलाश में तभी से ताबड़तोड़ दबिश दे रही थी।
दौराला अभिषेक पटेल ने बताया कि रविवार को पुलिस ने साक्ष्य जुटाने के लिए रमेश चंद गुप्ता के सदर स्थित घर में बनाए कैंप ऑफिस में तलाशी ली। यहां पर एक रेस्ट रूम से लड़कियों की कई शॉट ड्रेस बरामद हुई हैं। इन्हीं ड्रेस को वह अपनी पसंद से लड़कियों काे पहनाकर अय्याशी करता था।
पुलिस उसके कंप्यूटर और लैपटॉप में भी सुबूत तलाश रही है। इसके चलते लैपटॉप और सीपीयू को कब्जे में ले लिया गया है। इलेक्ट्रॉनिक एक्सपर्ट से इनको चेक कराया जा रहा है। इनमें पुलिस को और वीडियो भी मिल सकती हैं। सुबूत के लिए ये बेहद जरूरी है। अधिवक्ता विदेश न भाग जाए इसको देखते हुए उसका पासपोर्ट भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया था। दूसरे दस्तावेज भी खंगाले गए।
नाबालिग किशोरी द्वारा दो भाजपा नेताओं पर लगाए गए आरोपों की पुलिस जांच में जुटी है। किशोरी ने जो आरोप लगाए हैं, उनको लेकर सुबूत तलाशे जा रहे हैं। सीओ का कहना है कि साक्ष्यों को लेकर कई बिंदुओं पर जांच चल रही है।