डायबिटीज पूरी दुनिया के लिए खतरनाक बीमारी बनती जा रही है. डायबिटीज के कारण किडनी, लिवर, हार्ट और आंखों से संबंधित बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक विश्व में 42.2 करोड़ से ज्यादा लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. पर इससे बड़ी चिंता की बात यह है कि भारत में सबसे ज्यादा करीब 8 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित है. डायबिटीज का मतलब है कि खून में शुगर यानी ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाना. खून में शुगर की मात्रा न बढ़े, इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को खाने-पीने की चीजों को लेकर बहुत परहेज करना पड़ता है. इसलिए अक्सर मूंगफली खाने को लेकर कंफ्यूजन रहता है.
मूंगफली में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, विटामिन बी 6, विटामिन बी 9, विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स, पेंटोथेनिक एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. इसलिए कुछ रिसर्च में यह पाया गया है कि मूंगफली के सेवन से वजन कम करने में मदद मिलती है. वहीं हार्ट डिजीज और डायबिटीज को कंट्रोल में रखने की भी क्षमता है.
हेल्थलाइनकी खबर के मुताबिक मूंगफली डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतर है. इससे ब्लड शुगर ही नहीं बल्कि कार्डियोवैस्कुलर डिजीज पर भी लगाम लगता है. हालांकि कुछ परिस्थितियों में डायबेटिक मरीजों का इसका सेवन करना नुकसानदेह हो सकता है. एक रिसर्च में कहा गया है कि सुबह के वक्त मूंगफली खाने से पूरा दिन ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है. अध्ययन में यह भी साबित हुआ है कि अधिक ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड के साथ भी यदि मूंगफली खा लिया जाए तो इंसुलिन का उत्पादन सही से होगा. वहीं मूंगफली में अधिक मैग्नीशियम के कारण भी यह ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है. जर्नल ऑफ इंटरनल मेडिसीन में छपी रिपोर्ट में भी कहा गया है कि मूंगफली का सेवन ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है.
एक रिसर्च में कहा गया है कि मूंगफली का यदि सही मात्रा में सेवन किया जाए तो टाइप 2 डायबिटीज होने का जोखिम भी बहुत कम हो जाता है. अध्ययन के मुताबिक मूंगफली में अधिक मात्रा में अनसैचुरेटेड फैट और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं जिसके कारण शरीर इंसुलिन को रेगूलेट करने में मदद मिलती है. हालांकि इतने सारे फायदे के बावजूद मूंगफली का सेवन कुछ मायनों में नुकसानदेह हो सकता है. पबमेड जर्नल की रिसर्च के मुताबिक मूंगफली में अन्य बादाम की तुलना में ओमेगा 6 फैटी एसिड बहुत होता है. ओमेगा 6 फैटी एसिड का ज्यादा सेवन सूजन को बढ़ावा देता है जिससे मोटापा और डायबिटीज के लक्षणों को बढ़ा सकता है.
इसलिए अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपको ओमेगा 3 और ओमेगा 6 का सही बैलेंस रखना होगा. वहीं अगर आप बाहर से पैकेटबंद मूंगफली लेते हैं तो इसमें बहुत अधिक नमक रहता है. यह भी डायबिटीज मरीजों के लिए सही नहीं है. कुछ लोगों को मूंगफली से एलर्जी भी हो सकता है. ऐसे में मोटे तौर पर इसका मतलब यह कि डायबिटीज के मरीजों के लिए मूंगफली का सेवन बेहतर तो होता है लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जाए तो ही इसका फायदा हो सकता है.