लखनऊ। प्रदेश में जल्द ही 16 सीटी स्कैन यूनिट लगेंगी। इससे हर जिले में निशुल्क सीटी स्कैन की सुविधा मिलने लगेगी। इसके लिए टेंडर सहित अन्य प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। प्रदेश के हर जिले में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर सीटी स्कैन मशीनें लगाई जा रही हैं। अभी तक 59 जिले में पीपीपी मॉडल पर सीटी स्कैन मशीनें लगी हुई हैं। अब 16 नई यूनिटें स्वीकृत की गई हैं। इससे सिर में चोट या गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों को राहत मिलेगी। उन्हें जांच के लिए महानगरों के चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। संयुक्त निदेशक डा. वीके सिंह ने बताया कि सात जिलों में पहले से यह सुविधा है लेकिन वहां मरीजों की संख्या अधिक होने की वजह से एक-एक यूनिट बढ़ाई जा रही है।
जिला अस्पताल अमरोहा, एटा, मैनपुरी, कानपुर देहात, संभल, शामली, संत रविदास नगर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, बरेली, झांसी, गाजियाबाद, कानपुर नगर, गोंडा, अयोध्या और लखनऊ में ये यूनिट लगाई जाएंगी।
लखनऊ में लोहिया अस्पताल और सिविल अस्पताल में पहले से सीटी स्कैन यूनिट लगी है। अब लोकबंधु में नई यूनिट लगाई जा रही है। इसी तरह बरेली, झांसी, गाजियाबाद, कानपुर नगर, गोंडा और अयोध्या में पहले से एक-एक यूनिट हैं। इन सब जिलों में अब दो-दो यूनिट हो जाएंगी।
प्राइवेट डायग्नोसिटिक सेंटर में सीटी स्कैन जांच 1000 रुपये से लेकर 2500 रुपये में हो रही है। इसके अलावा दूसरे अंगों की सीटी स्कैन जांच और महंगी है लेकिन सरकारी अस्पताल में यह जांच मुफ्त हो रही है।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। सीटी स्कैन की सुविधा भी मुफ्त मुहैया कराया जा रहा है। जहां सुविधा नहीं थी, वहां भी जल्द ही मिलने लगेगी। बड़े शहरों में दो मशीनें स्थापित की जा रही हैं ताकि मरीजों को जांच के लिए इंतजार न करना पड़े।