मेरठ।  लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत तो चरम पर है, लेकिन मेरठ की जनता चुनाव की तिथियां घोषित होेने के बाद भी दलों के प्रत्याशियों को लेकर अधर में है। सपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन के प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह के नाम की घोषणा के साथ ही टिकट बदले जाने की अटकलें भी हवा में तैरने लगीं। गुरुवार को टिकट घोषित होने के बाद पहली बार मेरठ पहुंचे भानु ने गर्मजोशी से चुनाव लड़ने की हुंकार तो भरी, लेकिन इस बीच उन्हें चुनाव लड़ाने वाले सपा के बड़े नेता टिकट के लिए अपनी- अपनी दावेदारी को लेकर लखनऊ में डटे रहे। वहीं भाजपा में भी अभी उम्मीदवारों के नामों को लेकर सिर्फ कयास का ही दौर जारी है।

गुरुवार को पार्टी कार्यालय पहुंचे भानु प्रताप ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर चुनाव की रणनीति बनाई, लेकिन इस दौरान सपा के किसी भी विधायक के मौजूद न होने पर सफाई भी दी। बोले कि कोई मेरे विरोध में नहीं है। ये विरोधी दलों का प्रचार है। जो विधायक या पदाधिकारी यहां नहीं आए वो किसी व्यस्तता में रहे होंगे। टिकट मांगने का सबको हक है। हालांकि इस दौरान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अवनीश काजला और आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी कार्यकर्ताओं के साथ वहां पहुंचे।

सपा प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह ने कहा कि सड़क से संसद तक ईवीएम और पश्चिम में हाईकोर्ट बेंच की लड़ाई लड़ी जाएगी। पत्रकारों से उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जो कर रही है वह देश के विरोध में है। इलेक्टोरल बांड की बात ऐसी है जैसे चंदा लो, धंधा दो। मेरठ के जो मुद्दे हैं सारे मुद्दे उठाए जाएंगे। भानु प्रताप ने कहा कि 2019 के चुनाव में सपा बसपा प्रत्याशी हाजी याकूब हारे नहीं थे बल्कि उन्हें हराया गया था। सब जानते हैं कि वह कैसे हारे थे। इस बार बसपा से गठबंधन नहीं है लेकिन आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से गठबंधन हैं। उनके वोट हमें मिलेंगे और जीतकर संसद तक पहुंचेंगे। राहुल गांधी की गारंटी जनता के हित में है जबकि प्रधानमंत्री की गारंटी ऐसी है कि ना तो लोगों को रोजगार मिल रहा है और न ही लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठ पा रहे हैं।

सपा के मेरठ-हापुड़ लोकसभा और बिजनौर सीट के टिकट के प्रत्याशी घोषित होने के बावजूद शाहिद मंजूर, अतुल प्रधान, योगेश वर्मा और रफीक अंसारी दावेदारी के लिए लखनऊ में डटे हैं। उन्हें टिकट मिलने की अभी भी आस है। पूर्व कैबिनेट मंत्री और किठौर विधायक शाहिद मंजूर, शहर विधायक रफीक अंसारी, सरधना विधायक अतुल प्रधान और हस्तिनापुर से पूर्व विधायक योगेश वर्मा से फोन पर अलग-अलग बात हुई तो सभी ने खुद के लखनऊ में होने का दावा किया दूसरे के बारे में अनभिज्ञता जताई।

शहर विधायक रफीक अंसारी के मेरठ में होने की बात पार्टी कार्यालय पर सपा प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह से लोगों ने कही। हालांकि जब शहर विधायक से फोन पर बात हुई तो उन्होंने कहा कि वह लखनऊ में हैं। ये सभी टिकट के लिए जोर-आजमाइश कर रहे हैं। शाहिद मंजूर बिजनौर से टिकट मांग रहे हैं, जबकि अतुल प्रधान, योगेश वर्मा और रफीक अंसारी मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से। इन दावेदारों का दावा है कि भानु प्रताप के बाहरी होने से स्थानीय कार्यकर्ता नाखुश हैं। सोशल मीडिया पर भी कुछ कार्यकर्ताओं ने विरोध में पोस्ट की है।