मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के युवा मंडल अध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्या के पति विकास शर्मा के खिलाफ कॉलेज से बाइक पर घर लौटती छात्रा को कार से साइड मारकर गंभीर रूप से घायल कर देने के मामले में मिली शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

भाकियू नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के मामले में यूनियन में रोष है तो वहीं विकास शर्मा ने भी सोशल मीडिया पर हादसे वाले दिन की वीडियो जारी करते हुए कहा कि राजनीतिक द्वेष के कारण ही सत्ता के दबाव में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है, उन्होंने तो हादसे के बाद छात्रा की मदद की और उसको उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया था। वो इस फर्जी कार्यवाही और साजिश के खिलाफ संगठन के साथ जवाब देंगे।

चरथावल थाने में भाकियू के सहारनपुर मंडल की युवा इकाई के अध्यक्ष विकास शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना क्षेत्र के गांव घिस्सुखेड़ा निवासी सुमन पत्नी स्वर्गीय सतपाल ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसकी पुत्री सलोनी चन्द्रशेखर आजाद डिग्री कॉलेज चरथावल में बीए की छात्रा है। वो 21 नवम्बर को दोपहर बाद कॉलेज से गांव के ही व्यक्ति की बाइक पर बैठकर वापस घर लौट रही थी।

इसी दौरान रास्ते में पीछे से आ रही काले रंग की बुलेरो कार चालक ने बाइक में टक्कर मार दी, जिसमें सलोनी गंभीर रूप से घायल हो गई। कार विकास शर्मा निवासी ग्राम रोनी हरजीपुर चला रहा था। छात्रा सलोनी के हाथ की हड्डी टूट गई। हादसे के बाद उनको ग्रामीणों ने सूचना दी तो मौके पर जाकर उन्होंने अपने बेटी को सीएचसी चरथावल ले जाकर उपचार दिलाया, यहां से गंभीर अवस्था में उनकी पुत्री को जिला चिकित्सालय के लिए रैफर कर दिया गया।

सलोनी को उपचार के लिए मुख्यालय लाकर एक निजी चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया। महिला की शिकायत पर चरथावल पुलिस ने विकास शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही प्रारम्भ कर दी। इसकी जानकारी मिलने पर विकास शर्मा ने इसे एक राजनीतिक साजिश करार देते हुए कहा कि उन्होंने हादसे के बाद घायल छात्रा को खुद अस्पताल पहुंचाया और उपचार की व्यवस्था कराई।

इसके साथ ही परिजन द्वारा लगाये गये आरोपों को उन्होंने गलत बताते हुए कहा कि पुलिस को शिकायत मिलने के बाद जांच करनी चाहिए थी। उन्होंने घटना वाले दिन की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल की। इसमें वो घायल छात्रा के पास ही खड़े नजर आ रहे हैं। गाड़ी बुलाकर उसको उपचार के लिए उसमें भिजवाते दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस कार्यवाही का वो संगठन के निर्देश पर जवाब देंगे। यह सत्ता के दबाव में परेशान करने के लिए मुकदमा लिखवाया गया है।

वहीं यूनियन के जिलाध्यक्ष नवीन राठी ने कहा कि पुलिस शिकायत मिलने के बाद जांच करती। ऐसे सीधा ही मुकदमा दर्ज करने की कार्यवाही गलत परम्परा है। विकास शर्मा यूनियन में जिम्मेदार पदाधिकारी हैं और संगठन इस नीति का विरोध करता है। भाकियू नेताओं को सीधे तौर पर निशाना बनाने का काम किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हादसा हुआ और विकास शर्मा ने घायल बच्ची की मदद की। गाड़ी बुलाकर अस्पताल भिजवाया। उसके साक्ष्य हैं, लेकिन पुलिस ने कोई भी जांच पड़ताल किये बगैर मुकदमा दर्ज किया है। इसको खारिज किया जाये, जरूरत पड़ने में संगठन इस मामले में आंदोलन के लिए भी बाध्य होगा।