नई दिल्ली। सनी देओल के बेटे करण देओल हों या फिर अमृता सिंह की लाडली सारा अली खान दोनों ही अब बॉलीवुड में डेब्यू कर चुके हैं. सारा ने 2018 में केदारनाथ फिल्म से इंडस्ट्री में कदम रखा तो वहीं करण देओल 2019 में पल-पल दिल के पास में पहली बार स्क्रीन पर नजर आए थे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सनी देओल चाहते थे कि दोनों ही स्टार्स एक साथ एक ही फिल्म से डेब्यू करें पर इसके लिए सारा की मां अमृता सिंह बिल्कुल भी तैयार नहीं थीं. लिहाजा बात नहीं बनी.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो करण और सारा के साथ डेब्यू को लेक सनी देओल ने अमृता से बात भी की थी लेकिन अमृता इसके लिए राजी नहीं थीं और उन्होंने साफ-साफ इसके लिए इंकार कर दिया था वहीं उस वक्त ये सब सुनकर सनी को काफी ठेस पहुंची थी क्योंकि उन्हें लग रहा था कि अमृता कभी इस बात के लिए मना नहीं करेंगीं. लेकिन वही हुआ जिसकी उन्हें उम्मीद नहीं थी. सारा ने करण से एक साल पहले केदारनाथ से डेब्यू किय जिसमें उनके अपोजिट सुशांत सिंह राजपूत थे तो वहीं करण के सामने नई लड़की को कास्ट किया गया था.
अब सवाल ये कि सनी देओल खुद अपने दौर के सुपरस्टार रह चुके हैं जिन्होंने एक्शन फिल्मों से लेकर रोमांटिक मूवी तक में अपनी छाप छोड़ी है. ऐसे में अमृता ने सनी के बेटे संग अपनी बेटी के डेब्यू से इंकार क्यों किया. क्या इसके पीछे की वजह उनका अपना पुराना रिश्ता तो नहीं था दरअसल, सनी और अमृता ने भी साथ में ही डेब्यू किया था फिल्म बेताब से. कहा जाता है कि दोनों इसकी शूटिंग के दौरान काफी करीब भी आ गए थे. दोनों इस रिश्ते को एक कदम आगे ले जाने के लिए भी तैयार थे लेकिन तभी अमृता को उनके शादीशुदा होने की बात पता चली जो सनीने सबसे छिपाई थी जिसके बाद उनका दिल टूट गया और वो सनी से दूर हो गईं. वहीं इसके अलावा अगर सारा और करण साथ में डेब्यू करते तो उनकी तुलना अमृता और सनी से की जाती जिनकी पहली फिल्म जबरदस्त हिट रही थी.