अगर लिवर खराब हो जाए तो खाना पचाने वाले बाइल, जरूरी प्रोटीन, गुड कोलेस्ट्रॉल, एनर्जी स्टॉरेज आदि काम रुक जाएंगे। ये काम इतने महत्वपूर्ण हैं कि शरीर इनके बिना जिंदा नहीं रह सकता है। इसलिए इस अंग को स्वस्थ रखना और बीमारी से बचाना बहुत जरूरी है।
लिवर खराब होने का कारण आमतौर पर लिवर डिजीज होती है, जो कि साइलेंट तरीके से विकसित होती है और कई साल में जाकर लिवर फेल कर देती है। लेकिन फिर भी इसके कुछ लक्षण शुरुआती स्टेज में ही दिख जाते हैं, जिन्हें पहचानकर लिवर को पूरी तरह खराब होने से बचाया जा सकता है।
पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, असहजता या नाजुक महसूस होना
पेट में पानी भरना
भूख ना लगना
थकान रहना
आसानी से नील पड़ना
निचले पैर, टखनों आदि में सूजन
खुजली होना
पेशाब का रंग गहरा होना
पीलिया- आंख-स्किन का पीला पड़ना
सबसे पहले करें ये काम
सबसे पहले करें ये काम
अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षण दिखते हैं या फिर खराब लिवर की पहचान करनी है तो सबसे पहले डॉक्टर के पास जाएं। उसे अपनी परेशानी और शंका बताएं। शंका मिटाने के लिए आप डॉक्टर से लिवर के टेस्ट करवाने की सलाह भी ले सकते हैं।
लिवर खराब होने का सबसे बड़ा कारण फैटी लिवर डिजीज है, जिसका खतरा शराब पीने से काफी बढ़ जाता है। इसलिए लिवर को हेल्दी रखने और बीमारी को कंट्रोल करने के लिए शराब का सेवन तुरंत बंद कर दें।
मायोक्लिनिक के अनुसार, लिवर हेल्थ सुधारने के लिए कुछ फूड्स का सेवन बंद कर देना चाहिए। जिनमें रेड मीट, ट्रांस फैट, प्रोसेस्ड कार्ब्स और हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप आदि आते हैं। ये चीजें लिवर को तेजी से खराब करती हैं और लिवर फेलियर का कारण बन सकती हैं।
किसी भी अंग को स्वस्थ रखने के लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। आपको इन बीमारियों से बचने के लिए हफ्ते में 3 से 4 बार 30 से 60 मिनट मॉडरेट इंटेंसिटी वाली एक्सरसाइज करनी चाहिए।
अगर आपका वजन ज्यादा है और पेट निकला हुआ है, तो लिवर को बचाने के लिए कैलोरी पर ध्यान देना होगा। आपको हर दिन की 500 से 1000 कैलोरी की कटौती लानी होगी ताकि वजन को कंट्रोल किया जा सके।