मुंबई:  भारतीय क्रिकेट टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में मिली हार के बाद सवाल उठ रहे हैं. भारत के सहायक कोच अभिषेक नायर ने कहा कि वे टेस्ट मैचों में अपनी जरूरत के हिसाब से पिच तैयार नहीं करवाते. खराब फॉर्म में चल रहे दिग्गज विराट कोहली तथा कप्तान रोहित शर्मा का भी समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें वापसी के लिए और समय दिया जाना चाहिए. 12 साल में पहली बार घरेलू मैदान पर टेस्ट सीरीज हारने के बाद भारत शुक्रवार से न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में अपनी लाज बचाने की कोशिश करेगा.

स्पिनरों की मददगार पिच पर खेलते हुए भारत ने पुणे में दूसरा टेस्ट 113 रन से गंवा दिया. कयास लगाए जा रहे हैं कि यहां वानखेड़े स्टेडियम की पिच फिर से स्पिनरों के अनुकूल हो सकती है. नायर ने इस बात से इनकार किया कि टीम के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए स्पिन की अनुकूल पिचें बनाई जा रही हैं. नायर ने कहा, ‘‘काश हम पिचों को अपने हिसाब से तैयार करा पाते लेकिन हम ऐसा नहीं करते. क्यूरेटर ऐसा करते हैं. हमें जैसी भी पिच दी जाएग, हम खेलते हैं (चाहे वह तेज गेंदबाजी की मददगार पिच हो या टर्न वाली पिच हो). क्रिकेटर और एक टीम के रूप में हम उसी पर खेलते हैं जो हमें दिया जाता है. हम अपनी इच्छानुसार परिस्थितियां बनाने की कोशिश नहीं करते.’’

रोहित और कोहली दोनों ही खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और इसका असर टीम के प्रदर्शन पर पड़ा है. नायर ने कहा कि आधुनिक समय के इन महान खिलाड़ियों में कुछ भी गलत नहीं है और उन्हें बस थोड़ा समय और समर्थन चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने हर जगह उनके लिए प्यार के अलावा कुछ नहीं देखा है. जब कोई शीर्ष खिलाड़ी मुश्किल समय से गुजरता है तो कई बार यह उन्हें समय देने और यह विश्वास करने के बारे में होता है कि वे वापसी करेंगे. वे कड़ी मेहनत करेंगे.’’

नायर ने कहा, ‘‘हर किसी ने कड़ी मेहनत की है. हर कोई अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है. चाहे आप विराट कोहली हों या रोहित शर्मा या फिर शुभमन गिल जैसे युवा खिलाड़ी. प्रयास तो हैं ही. नजरिया बहुत बढ़िया है. मुझे लगता है कि वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं. कभी-कभी आपको थोड़ा धैर्य रखना पड़ता है. यहां तक ​​कि सबसे महान खिलाड़ियों के साथ भी और उनके लिए कठिन समय हो सकता है. मुझे पूरा यकीन है कि जल्द ही, हमारे पास विराट कोहली और रोहित शर्मा और बाकी सभी के बारे में प्रशंसा करने के लिए और भी बहुत कुछ होगा। बस थोड़ा धैर्य रखने की जरूरत है.’’