नई दिल्ली. हस्तरेखा शास्त्र में व्यक्ति के अंगुलियों की विशेताओं के बारे में बताया गया है. व्यक्ति की अंगुलियां ना सिर्फ उसके व्यक्तित्व को दर्शाती हैं, बल्कि उसके आने वाले कल यानी भविष्य के बारे में भी बताती हैं. हस्तेरखा शास्त्र में बताया गया है कि हाथ की अंगुलियों के बीच की दूरियां भी व्यक्ति के जीवन से जुड़े कई राज खोलती हैं. पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि हथेली की रेखाओं के अलावा अंगुलियों की बनावट से भी किसी का भविष्य पढ़ सकते हैं. तो चलिए जानते हैं कैसे हाथ की अंगुली व्यक्तित्व का राज बताती है.
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति की अंगुलियां फैलाने पर सभी अलग-अलग दिशाओं में हो तो यह दर्शाता है कि हथेली पर सभी पर्वत संतुलित हैं. जिसका अर्थ होता है कि आपकी परिस्थिति आपके अनुकूल व शुभ फलदायक है.
इसी तरह अगर अंगुलियां फैलाने पर वह एक दूसरे की ओर झुकी हैं तो ऐसे व्यक्ति का स्वभाव काफी लचीला होता है. अगर सभी अंगुलियों का झुकाव मध्यमा उंगली की ओर है तो ऐसे व्यक्ति का शनि पर्वत काफी मजबूत व शुभ होता है, इसके जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और हर राह पर सफलता मिलती है.
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, अनामिका अंगुली सीधी व लंबी होने पर व्यक्ति काफी धनवान होता है और उसका भाग्य हमेशा उसके साथ रहता है. इसी तरह जिस व्यक्ति की तर्जनी अंगुली अंगूठे की तरफ झुकी हो तो ऐसे व्यक्ति नरम दिल के होते हैं, उनमें अहंकार नहीं होता.
अगर तर्जनी अंगुली मध्यमा की ओर रहे तो ऐसे व्यक्ति खुले मिजाज के होते हैं. जिस व्यक्ति की मध्यमा अंगुली तर्जनी की तरफ झुकी हो तो वह काफी गंभीर होता है. ऐसा व्यक्ति कुछ भी कार्य करने से पहले बहुत अधिक सोच-विचार करता है.
इसी तरह अगर किसी व्यक्ति की छोटी अंगुली का झुकाव अनामिका अंगुली की तरफ हो तो ऐसे व्यक्ति काफी स्वार्थी होते हैं. वहीं, छोटी अंगुली अगर हथेली के बाहर की ओर झुकी हो तो ऐसा व्यक्ति लापरवाह किस्म का होता है.