नई दिल्ली. आयुर्वेद हजारों हजार साल से कई जटिल से जटिल रोगो के निवारण के बारे में बताता रहा है. इस पुरानी चिकित्सीय पद्धति में आयुर्वेदिक औषधि के साथ ही कुछ बेहतरीन उपायों के इस्तेमाल से शारीरिक उपचार किया जा सकता है. इसी के तहत एक उपाय आता है नस्य जिसे आयुर्वेद में कंधों के ऊपर की समस्याओं को दूर करने के लिए कारगर माना जाता है.
नस्य सिर, मुंह, बाल से लेकर दांत, कान व नाक और आंख जैसे अंगों की समस्याओं को दूर करने में कारगर हो सकता है. इन्हीं उपायों में घी के इस्तेमाल के बारे में बताया गया है. ऐसा मानते हैं कि नाक में दिन में दो बार घी डाला जाए तो काफी सारी गंभीर सेहत संबंधी समस्याओं को दूर किया जा सकता है. हालांकि सेहत से जुड़े नुस्खे को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें.
पहले जानते हैं कि नस्य चिकित्सा है तो जब सुबह और रात के समय दो बूंद घी को नाक में डाला जाता है तो इस प्रक्रिया को प्रतिमर्श नस्य के नाम से जाना जाता है जिसे कोई भी आजमा सकता है.
इस उपाय से हम नींद की समस्या को दूर कर सकते हैं.
सिरदर्द यानी कि तनाव या माइग्रेन वाले दर्द से राहत पा सकते हैं.
घी के इस्तेमाल से स्किन चमकदार होती है.
रोगप्रतिरोधक क्षमता सही रहती है.
यादाश्त सही होता है.
किसी भी तरह की एलर्जी को कम किया जा सकता है.
मेंटल हेल्थ को यह उपाय सही कर सकता है.
बाल गिरने की समस्या का निवारण कर सकता है.
बालों के सफेद होने की शिकायत को दूर करता है.
खर्राटों को नियंत्रित करता है दिमाग पोषण देता है.
नस्य उपाय से ऑटो-इम्यून डिसऑर्डर में मदद मिलती है. ऑटो इम्यून थायरॉयड में भी इससे राहत मिलती है. रुमेटीइड गठिया हो या फिर मल्टीपल स्केलेरोसिस की समस्या हो इन सब में राहत मिल सकती है. दिमागी गर्मी को इस उपाय के द्वारा कम किया जा सकता है. कम या धुंधला दिखने की समस्या को भी दूर किया जा सकता है.
विशेषज्ञों की माने तो सुबह ब्रश करने के बाद इस नुस्खे को आजमा सकते हैं या रात को सोते वक्स नाक के दोनों नथुनों में आप गाय के दो बूंद घी को रुई, ड्रॉपर या छोटी उंगली से डाल सकते हैं.