शाहजहांपुर। शाहजहांपुर के तिलहर थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे स्थित वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के छात्र कुशाग्र प्रताप सिंह की मौत की सच्चाई से पर्दा नहीं उठ सका है। कुशाग्र की शनिवार रात में ही पिता अजय कुमार सिंह एडवोकेट से सामान्य बातचीत हुई थी। कुशाग्र के चचेरे भाई सूरज प्रताप सिंह ने कॉलेज प्रशासन के जिम्मेदारों पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है। सूरज के अनुसार, छात्र मामले में बोलने के लिए तैयार नहीं हैं। रात की ड्यूटी पर तैनात गार्ड तक सामने नहीं आया। इससे घटना पर संदेह लग रहा है।
गोरखपुर के थाना शाहगंज के मोहल्ला राप्तीनगर निवासी कुशाग्र प्रताप सिंह बंथरा स्थित मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्र थे। वह कॉलेज में बने हॉस्टल के ग्राउंड फ्लोर पर कमरा नंबर 14 में रहते थे। रविवार की सुबह 7:00 बजे भवन के पीछे उनका शव पड़ा मिला। सूचना पर एसपी राजेश एस. ने मौका मुआयना किया। पुलिस जांच कर रही है।
कुशाग्र के सिर का पिछला भाग फट जाने से शव के पास काफी खून पड़ा था। मृतक लोअर और पैर में क्रॉक्स पहने था। शरीर के ऊपरी हिस्से में कोई कपड़ा नहीं था। कुशाग्र की मौत की सूचना सबसे पहले पुलिस ने परिजनों को दी। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने सूचित किया। इस वजह से उन्होंने सामने ही शव हटाने की बात कही थी।
सूरज ने बताया कि यहां आने पर कॉलेज प्रशासन का कोई व्यक्ति नहीं मिला। कोई छात्र बोलने के लिए तैयार नहीं था। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि किसी ने धमकाया हो। छात्रों से पूछा तो बताया कि वह रात 11 बजे सो गए थे। सुबह नौ बजे जागे हैं। कुशाग्र के साथ क्या हुआ। उन्हें नहीं मालूम है। रात की ड्यूटी पर तैनात गार्ड भी बदलने की बात कह दी है। वार्डन भी सामने नहीं आए। बताते हैं कि पोस्टमार्टम में कुशाग्र के सिर में गंभीर चोट मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस के पास पहुंच गई, लेकिन अभी उसके बारे में कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है।
कुशाग्र हॉस्टल के ग्राउंड फ्लोर के कमरा नंबर 14 में रहते थे। बताते हैं कि रात में उसके कमरे में छात्रों की पार्टी हुई थी। इसमें शराब भी गई थी। रात 12 बजे तक पार्टी होने के बाद झगड़ा होने की चर्चा है। वह अपने कमरे से ऊपर कैसे पहुंचा, यह अभी तक संदिग्ध बना हुआ है।
हॉस्टल के तीसरी मंजिल पर छात्र नहीं रहते हैं। यहां पर जांच टीम ने एक कमरे को सील किया। संभावना है कि इसी कमरा में कुछ हुआ होगा। पुलिस के अनुसार, कुशाग्र के कमरे में शराब की टूटी बोतल और एक सही बोतल व डंडा मिला है। मेज पर बुझी हुई सिगरेट रखी मिली है।
पुलिस ने हॉस्टल के सीसीटीवी फुटेज को चेक करने का प्रयास किया, लेकिन वे खराब मिले हैं। नगरिया पुलिस चौकी के प्रभारी सुखेंद्र पाल सिंह ने कैमरे खराब होने की पुष्टि की है। अधिकारियों के अनुसार, छात्रों ने निजता भंग होने को लेकर खुद ही कैमरे के तार तोड़ दिए थे।
कुशाग्र का शव पीठ के बल पड़ा मिलने की बात सामने आई है। माना जा रहा है कि वह छत से कूदता तो पेट के बल गिरता। सिर के पिछले भाग में जख्म मिला है। परिजनों ने आरोप लगाया कि कुछ समय पहले एक छात्रा भी गिरने से घायल हुई थी। तब भी मामले को दबा दिया गया था।
पुलिस ने कुशाग्र का मोबाइल भी कब्जे में लिया है। उसकी जांच कराने के साथ सीडीआर निकाली जाएगी। उससे भी कुछ तथ्य हाथ लगने की उम्मीद है। दूसरी ओर फॉरेंसिक टीम में मौके पर पहुंचकर जांच कर साक्ष्य जुटाए। मामले में एसओजी को लगाया गया है।
एसपी राजेश एस. ने बताया कि छात्र खुद गिरा या किसी ने धक्का दिया, इस बिंदु पर जांच की जा रही है। छात्र के आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।