शामली। मरीजों को अल्ट्रासाउंड के लिए 40 दिन बाद की तारीख दी जा रही है। इस वजह से मरीज बीमारी को लेकर भटक रहे हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा। मरीजों को मजबूरी में प्राइवेट में अल्ट्रासाउंड जांच करानी पड़ रही है।

जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की जांच की सुविधा तो चालू है, लेकिन मरीजों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसकी वजह ये है कि जांच समय पर नहीं होती, जिस कारण उपचार भी शुरू नहीं होता। शनिवार को अल्ट्रासाउंड की जांच के लिए जिला अस्पताल पहुंचे मरीजों को 30 मार्च की तारीख दी गई। कई मरीज पेट में तेज दर्द होने की शिकायत लेकर अस्पताल में पहुंचे, लेकिन उनकी अल्ट्रासाउंड की जांच नहीं हो पाई। मरीज इधर से उधर भटके, लेकिन डाॅक्टरों ने साफ तौर पर कह दिया कि कि उन्हें जो तारीख दी गई है, उसी दिन अल्ट्रासाउंड जांच होगी। इसके बाद मरीजों को निराश होकर वापस जाने को मजबूर होना पड़ा।

जिला अस्पताल में एक दिन में 20 से 25 अल्ट्रासाउंड किए जा रहे हैं। रेडियोलोजिस्ट डॉ. केके आहूजा ने बताया कि सामान्य रोगी को जांच के लिए आगे की तारीख दी जाती है। इमरजेंसी वाले मरीजों की जांच उसी दिन की जाती है। लगभग आधी जांच इमरजेंसी में होती है। गर्भवती महिलाओं की भी जांच रोज हो रही है। अल्ट्रासाउंड कम होने के बारे में उन्होंने कहा कि एक मशीन पर इतने ही अल्ट्रासाउंड एक दिन में हो पाते हैं। इसके अलावा उन्हें अल्ट्रासाउंड के अलावा एक्सरे की रिपोर्ट भी तैयार करनी पड़ती है।

मोहल्ला नंदू प्रसाद निवासी 35 वर्षीय अंजू ने बताया उसे पेट में दर्द की शिकायत है। वह 40 रुपये खर्च कर जिला अस्पताल आई। डाक्टर ने अल्ट्रासाउंड जांच के लिए लिखा है, लेकिन अस्पताल में उन्हें 30 मार्च की तारीख दी गई है।

कस्बा बनत निवासी सुभाष, अपनी पत्नी के साथ 15 वर्षीय बेटी रश्मि के साथ जिला अस्पताल पहुंचे। सुभाष ने बताया कि जिला अस्पताल आने में 90 रुपये खर्च हुए। इतने ही रुपये वापस जाने पर खर्च होंगे। बेटी के पेट में तेज दर्द है और उल्टी भी होती है। अल्ट्रासाउंड जांच कराने के लिए 30 मार्च की तारीख दी गई है। उन्होंने डाक्टर को बेटी की परेशानी बताई, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। उसे मजबूरी में प्राइवेट में अल्ट्रासाउंड कराना पड़ेगा। इनके अलावा शनिवार को उमेश, युनूस, प्रतिभा, कमरजहां व नाजमीन आदि मरीज अल्ट्रासाउंड जांच कराने पहुंचे। इन सभी को 30 मार्च की तारीख देकर भेज दिया गया।

जिला अस्पताल में एक रेडियोलोजिस्ट व एक अल्ट्रासाउंड मशीन है। एक दिन में करीब 20 अल्ट्रासाउंड हो पाते हैं। मरीज ज्यादा होने के कारण आगे की तारीख दी जाती है। इमरजेंसी वाले मरीजों की अल्ट्रासाउंड की जांच उसी दिन कराई जाती है।