चंडीगढ़। सेक्टर-26 स्थित एक क्लब से मेडिकल ऑफिसर युवती का बैग चोरी कर डेबिट कार्ड से 1 लाख 26 हजार रुपये निकलवाने वाले दोनों आरोपियों को साइबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के शामली जिले के गोहरनी गांव निवासी संदीप (26) और सचिन बैनिवाल (24) के रूप में हुई। पुलिस ने शुक्रवार को दोनों को अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपियों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

डीएसपी रश्मि शर्मा यादव के नेतृत्व में निरीक्षक हरिओम शर्मा ने ट्रांजेक्शन डिटेल्स खंगाली तो पता चला 18 और 19 मार्च को डेबिट कार्ड से एक लाख 26 हजार रुपये निकाले गए हैं। यह रुपये सचिन और संदीप के बैंक खातों में ट्रांसफर हुए थे। इसके बाद पुलिस मोबाइल की लोकेशन से आरोपियों तक पहुंची। पुलिस ने मोहाली से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी किराए पर रहते थे।

क्लब में पार्टी करने आए थे आरोपी, सिम निकालकर की ट्रांजेक्शन
निरीक्षक हरिओम शर्मा ने बताया कि सचिन और संदीप उस रात सेक्टर-26 कल्चर क्लब में पार्टी करने आए थे। आरोपियों ने शराब के नशे में युवती का बैग चोरी कर लिया। बैग में डेबिट कार्ड और मोबाइल मिला। आरोपी मोबाइल का लॉक खोल नहीं पाए। ट्रांजेक्शन करने पर ओटीपी नंबर बिना लॉक के नहीं भरा जा सकता था। इसके बाद उन्होंने मोबाइल से सिम निकाला और दूसरे मोबाइल में डालकर यूपीआई आईडी बनाई। इसके बाद कार्ड का नंबर भरकर ओटीपी डालकर आरोपियों ने अपने खातों में एक लाख 26 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए।

17 मार्च को दोस्त के साथ पार्टी करने आई थी पीड़िता
रेवाड़ी निवासी उमा यादव ने बताया कि वह रेवाड़ी के एक सरकारी अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर है। 14 मार्च को पंचकूला वह अपनी ट्रेनिंग के लिए आई थी। वह पंचकूला सेक्टर-6 स्थित एक हॉस्टल में रुकी थी। 17 मार्च को वह अपनी दोस्त के साथ सेक्टर-26 स्थित क्लब में पार्टी करने आई थी। रात करीब 12 बजे वह क्लब से बाहर आई तो देखा उसका पर्स गायब है। 19 मार्च को उनके पिता ने रेवाड़ी में बैंक खाते की स्टेटमेंट चेक की तो 18 व 19 मार्च को डेबिट कार्ड से एक लाख 26 हजार रुपये निकाले गए थे। साइबर सेल ने जांच में देखा कि आरोपियों ने दिल्ली के आसपास ट्रांजेक्शन की थी।