नई दिल्ली. मिल्क प्रोडक्शन में भारत हमेशा टॉप लिस्ट में शामिल रहता है, क्योंकि यहां गांव से लेकर शहरों तक में दुधारू पशुओं की कोई कमी नहीं है, ऐसे में जाहिर सी बात है कि यहां देसी घी खाने का चलन भी काफी ज्यादा है. देसी घी को रोटी, खिचड़ी और दाल जैसी चीजों में लगाकर खाया जाता है. ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट इसे कुकिंग ऑयल का हेल्दी ऑप्शन मानते हैं और सुपरफूड का दर्जा देते हैं, क्योंकि ये बालों से लेकर स्किन तक के लिए फायदेमंद होता है.
आपने अक्सर देसी घी खाने के फायदों के बारे में सुना होगा, जो काफी हद तक सही भी होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में इसको लेकर नुकसान भी देखने को मिलता है. पहली बात तो इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए और हर किसी के लिए ये लाभकारी हो ऐसा जरूरी नहीं. आइए जानते हैं कि किन मेडिकल कंडीशन में हमें देसी घी का सेवन नहीं करना चाहिए.
भारत के मशहूर न्यूट्रिशन एक्सपर्ट निखिल वत्स ने बताया कि कुछ लोगों के लिए देसी घी का सेवन नुकसान का सबब बन सकता है, जो इस प्रकार हैं.
-अगर आप 8 से 10 घंटे ऑफिस में बैठकर काम करते हैं और फिजिकल एक्टिविटीज नहीं करते उनके लिए देसी घी का सेवन सही नहीं है
-जो लोग हाई कोलेस्ट्रॉल की परेशानी से जूझ रहें उन्हें देसी घी से दूरी बना लेनी चाहिए, क्योंकि इससे कई परेशानी हो सकती है.
-अगर आप डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित हैं तो देसी घी से परहेज कर लें क्योंकि इससे तबीयत बिगड़ सकती है.
-जो लोग घंटो वर्कआउट या फिजिकल एक्टिविटीज करते हैं उनके लिए घी खाना फायदेमंद साबित हो सकता है.
-जो लोग ऐसी जॉब करते हैं जिसमें दौड़ने-भागने की जरूरत ज्यादा पड़ती है उनके लिए देसी घी खाना सही है.
-जो लोग पतले हैं और हर हाल में अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं उनके लिए घी का सेवन मनचाहे नतीजे ला सकता है.