मीरापुर (मुजफ्फरनगर)। प्रसिद्ध शीतला माता के मेले में बुधवार की देर रात मच्छर भगाने की क्वाइल से खिलौनों की तीन दुकानों में आग लग गई। आग लगी देखकर जागरण में मौजूद श्रद्घालुओं ने शोर मचा दिया। अग्निशमन विभाग टीम ने दो घंटे की मशक्कत से आग पर काबू पाया। दुकानों में साढ़े तीन लाख का नुकसान हुआ है।
शीतला माता (बबरे वाली) के मंदिर चल रहे मेले में बुधवार की देर रात सभी दुकानदार अपनी दुकानों में ही सो गए थे। मेले में मेरठ के फलावदा निवासी कमालुद्दीन, सहारनपुर के सरसावा निवासी अर्जुन और मुजफ्फरनगर के मीरापुर सराय दरवाजा निवासी सोहनलाल अपनी खिलौनों की दुकान में सो रहे थे। कमालुद्दीन ने मच्छर भगाने वाली क्वाइल लगाई थी, जिससे दुकान के पर्दे ने आग पकड़ ली। आग पड़ोसी दुकान अर्जुन और सोहनलाल की दुकानों तक भी पहुंच गई।
मेले में माता का जागरण चल रहा था। इसमें मौजूद श्रद्धालुओं ने आग देखकर शोर मचा दिया। तब दुकानदारों ने आग बुझाने की कोशिश की गई। मेले में ही मौजूद अग्निशमन दल की टीम भी पानी से भरे टैंकर लेकर मौके पर पहुंची और दो घंटे में आग पर काबू पाया गया। मगर, तक कमालुद्दीन का करीब एक लाख रुपये का सामान और 33000 रुपये, अर्जुन के 23000 रुपये, तीन मोबाइल और करीब एक लाख रुपये का सामान जल गया। सोहनलाल का करीब पचास हजार रुपये का सामान और 28 हजार रुपये जल गए।
थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है। नुकसान के बारे में दुकानदारों ने अभी तहरीर नहीं दी हैं।
मीरापुर। मेले में 200 से ज्यादा छोटी बड़ी दुकानें खिलौने आदि की लगाई गई है। सभी दुकानों को कपड़ों, चादरों व तिरपाल की मदद से बनाया गया हैं। मेला देर शाम समाप्त हो गया था। इसके बाद सभी दुकानदार अपनी दुकानों में आराम कर रहे थे। कमालुदीन, अर्जुन और सोहनलाल भी अपनी दुकानों में सोने के लिए चले गए थे। जागरण में शामिल एक श्रद्घालु देर रात में मंदिर से बाहर आया तो आग लगी दिखाई दी। उसने मौके पर जाकर शोर मचाया। इसके बाद आग को बुझाने के प्रयास शुरू किए गए। अग्निशमन दल भी निकट ही था। सभी ने प्रसास कर आग को बुझा भी लिया गया। दुकानदारों का कहना था कि यदि देर हो जाती है तो आग की भयावहता से ज्यादा नुकसान होता।