नई दिल्ली. अक्सर आपने लोगों को ये कहते हुए सुना होगा कि सुबह से ही उनकी आंख फड़क रही है। कुछ लोगों को लगता है कि शरीर के अंगों या आंख का फड़कना एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन सामुद्रिक शास्त्र में इसे सामान्य प्रक्रिया नहीं माना जाता है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, आंख फड़कना कोई मामूली बात नहीं है, बल्कि इसके कई संकेत होते हैं। आंख फड़कने को कुछ लोग सही संकेत नहीं मानते हैं। कहा जाता है कि बुरा होने की संभावना है। जबकि सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार आंख फड़कने का मतलब हमेशा अशुभ ही नहीं होता है। दाहिनी और बाईं आंख फड़कने का अलग-अलग मतलब होता है। आज हम पुरुषों की आंख फड़कने से जुड़े शुभ-अशुभ संकेतों के बारे में जानेंगे।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, यदि किसी पुरुष की बाईं आंख फड़के तो इसे शुभ नहीं माना जाता है। पुरुषों की बाईं आंख फड़कने का अर्थ है कि किसी दुश्मन से लड़ाई हो सकती है या फिर निकट भविष्य में कोई परेशानी बढ़ सकती है। साथ ही पुरुषों की बाईं आंख फड़कना चिंता, भय, शोक, लड़ाई आदि की ओर इशारा करता है।
यदि पुरुषों की दाईं आंख की ऊपर की पलक फड़कती है तो इसे बेहद शुभ माना जाता है। इसे सारी इच्छाएं पूरी होने का संकेत माना जाता है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, पुरुषों की दाईं आंख फड़कना इस बात की ओर भी इशारा करता है कि भविष्य में आपको धन लाभ होने वाला है।
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की दोनों आंख एक साथ फड़कने लगें तो इसका मतलब ये होता है कि आपकी किसी पुराने दोस्त या रिश्तेदार से मुलाकात होने वाली है। कहा जाता है कि दोनों आंख फड़कने का संकेत महिला और पुरुष दोनों के लिए एक समान होता है।