कैबिनेट मंत्री के चचेरे भाई के घर हुई डकैती के सरगना नावेद समेत दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन दोनों बदमाशों पर 25-25 हजार रुपये के इनाम थे। पुलिस ने इन दोनों बदमाशों के पास से तीन लाख रुपये से ज्यादा की नकदी समेत जेवर बरामद किए हैं।
इस प्रकरण में अभी तक कुल सात बदमाशों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस का दावा है कि इस मामले में कुछ और बदमाशों के नाम सामने आए हैं। जिनको गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दबिश दे रही है। शनिवार को एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने पत्रकारों से वार्ता में बताया कि 15 अक्तूबर को डोईवाला में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के चचेरे भाई शीशपाल अग्रवाल के घर में छह बदमाशों ने हथियारों के बल पर महिलाओं को बंधक बनाकर डकैती डाली थी। वे लाखों रुपये और जेवर लूटकर ले गए थे।
पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों की 12 टीमों को खुलासे के लिए लगाया गया था। इसी क्रम में टीम ने शुक्रवार रात को दो और इनामी बदमाशों को आशारोड़ी के पास से गिरफ्तार किया है। जिनकी पहचान वसीम उर्फ काला निवासी खालापार थाना कोतवाली नगर मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश और नावेद निवासी नियाजुपुरा थाना कोतवाली नगर मुजफ्फरनगर के रूप में हुई है। एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से वसीम ने घटना के दिन शिकायतकर्ता की पत्नी व नौकरानियों को तमंचे के बल पर कमरे में बंधक बनाकर रखा था। जबकि नावेद बाहर से निगरानी करता रहा।
डोईवाला कोतवाली इंस्पेक्टर राजेश साह ने बताया कि इन दोनों आरोपियों को पता चला गया था कि पुलिस को उनके बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिल चुके हैं। इसलिए घटना के अगले ही दिन लूटे गए पैसों से एक मोटरसाइकिल खरीद ली और इसी से मुजफ्फरपुर बिहार की ओर चले गए। जब उन्हें पता चला कि दून पुलिस ने उन पर इनाम घोषित कर दिया है और जल्द गिरफ्तार हो सकते हैं तो वह वापस आ गए। दोनों आरोपी वसीम के देहरादून स्थित रिश्तेदार के घर में छिपने आ रहे थे, ताकि मौका देख कर कोर्ट में आत्म समर्पण कर सकें। उससे पहले पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि सरगना नावेद वर्ष 2018 में मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश में पुलिस मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से घायल हो चुका है। इसके बाद भी वह लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा था। उन्होंने बताया कि नावेद पर उत्तर प्रदेश में डकैती, लूट, पुलिस मुठभेड़ जैसे आठ मामले पूर्व से पंजीकृत हैं।
अभियुक्त वसीम से एक लाख 60 हजार रुपये नकद, एक हार पीली धातु, एक जोड़ी कानों के झुमके पीली धातु, एक देसी तमंचा जिंदा कारतूस के साथ, लूट की रकम से खरीदी गई एक बाइक। जबकि अभियुक्त नावेद से एक लाख 64 हजार रुपये, 25 सिक्के सफेद धातु, एक जोड़ी पायजेब सफेद धातु और एक देशी तमंचा जिंदा कारतूस के साथ।