मुजफ्फरनगर। किसान मजदूर एकता संगठन के अध्यक्ष आबिद चौधरी और उसके एक साथी आशु ने ग्रामीण को जानलेवा हमले से संबंधित मुकदमे में राहत दिलाने के नाम पर दो लाख रुपये वसूल लिए। पचास हजार रुपये का दबाव बनाते हुए धमकाया गया। जान से मारने की धमकी दी गई। शहर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान कर दिया।

सिखेड़ा के गांव दाहखेड़ी निवासी इस्लाम ने शहर कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कहा था कि वर्ष 2022 में उसके खिलाफ सिखेड़ा थाने में जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज हुआ था। उसमें राहत पाने के लिए उसने सूजडू निवासी आबिद चौधरी से बात की थी तो उसने अपने साथी लद्धावाला निवासी आशु से बात कराई। इसके बाद दोनों ने एसएसपी, एसपी सिटी व सीओ से मिलकर राहत दिलाने की बात कर तीन लाख का खर्चा होना बताया। डेढ़ लाख रुपये तीन बार में दोनों को आशु के घर पर दिए। बाकी बचे एक लाख का इंतजाम करने जाते समय पुलिस ने पकड़ कर उसे जेल भेज दिया। जमानत पर आने के बाद पीड़ित इस्लाम ने दोनों आरोपियों से पैसे वापस मांगे।

आरोप हैं कि दोनों ने बाकी की रकम मांगी और रकम न देने पर दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने व बेटे की हत्या कराने की धमकी दी। उसने अपने साथी के साथ पचास हजार रुपये दोनों को दिए। बाकी पचास हजार न देने पर गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी गई। विरोध करने पर लोग एकत्र होने लगे तो दोनों आरोपी स्कूटी पर सवार होकर फरार हो गए। शहर कोतवाली प्रभारी महावीर सिंह ने बताया कि आरोपी आबिद चौधरी किसान मजदूर एकता संगठन का अध्यक्ष हैं। सहायक पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि आबिद चौधरी व आशु को रंगदारी वसूलने के आरोप में गिरफ्तार कर चालान कर दिया है।