शामली. क्षेत्र के गांव भैसानी इस्लामपुर में 24 घंटे में पेट दर्द व दस्त के चलते एक ही परिवार के दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि एक आठ माह की बच्ची व उसकी मां की हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। सीएचसी चिकित्सक ने फूड प्वाइजनिंग की वजह से मौत होना बताया है।
गांव भैसानी इस्लामपुर निवासी कामिल पुत्र मुनव्वर के परिवार पर शनिवार का दिन कहर बनकर गुजरा। सुबह के समय उसकी 4 वर्षीय बेटी शिद्रा ने नाश्ते में दूध लिया था। उसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई। परिजन गांव के चिकित्सक के पास लेकर पहुंचे, लेकिन यहां शिद्रा को मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों ने शनिवार की रात्रि में ही गमगीन माहौल में शव को दफना दिया। परिवार के लोग अभी कुछ समझ भी नहीं पा रहे थे कि रविवार की सुबह 2 वर्षीय बेटे हुसैन की हालत भी खराब दिखाई दी। आनन-फानन में हुसैन को थानाभवन के एक चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया, जहां सुधार न होने पर उसे मुजफ्फरनगर ले जाया गया। वहां से हुसैन को मेरठ रेफर कर दिया गया।
बताया जाता है कि मेरठ जाते हुए दौराला के पास हुसैन की भी मौत हो गई। इस बीच कामिल की पत्नी शबनम व छोटी बच्ची अक्सा की हालत भी खराब बताई जा रही है। दोनों का उपचार मेरठ में किसी निजी चिकित्सालय में चल रहा है।
स्वाइन फ्लू का शुरुआती तौर पर इलाज करने में कारगर हैं ये घरेलू उपाय
घटना के संबंध में कामिल के भाई मनव्वर ने बताया कि बच्चे सुबह सही सलामत उठे थे। कुछ देर बाद ही तबीयत खराब होने प्रारंभ हो गई थी। सीएचसी डा. रवि पालीवाल का मानना है कि दोनों मासूम की मौत फूड प्वाइंजनिग की वजह से हुई होगी। हालांकि परिजन इससे इंकार कर रहे हैं।