नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के दो सांसदों ने इस्तीफा देने की बात कही है. इसमें समाजवादी पार्टी प्रमुख और कन्नौज से लोकसभा सांसद अखिलेश यादव भी शामिल हैं. उन्होंने संसद में ही इस्तीफा देने की बात कही है. इससे पहले फैजाबाद सीट से सपा के सांसद अवधेश प्रसाद ने भी इस्तीफा देने की बात कही थी. हालांकि दोनों सांसदों ने दो अलग-अलग मुद्दों पर इस्तीफा देने की बात कही है. उनके इस बयान के बाद जमकर सियासी बवाल हो रहा है.
बीते दिनों अयोध्या में दलित युवकी की हत्या के बाद सपा के सांसद अवधेश प्रसाद प्रेसवार्ता के दौरान ही फफक-फफक कर रोने लगे थे. तब उन्होंने कहा था कि दलित बेटी को न्याय मिलना चाहिए अगर मिला तो मैं अपने लोकसभा सदस्य के पद से इस्तीफा दे दूंगा. हालांकि इसपर सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया दी थी और उन्होंने कहा था कि यह नौटंकी है वो नौटंकी कर रहे हैं. अगर जांच होगी तो इसमें भी कोई सपा नेता आरोपी निकलेगा.
वहीं मंगलवार को लोकसभा में महाकुंभ भगदड़ पर अखिलेश यादव ने सरकार से सवाल पूछा. इसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अखिलेश यादव ने जवाब दिया. हालांकि इस बीच बीजेपी सांसदों के ओर से टोका-टोकी की गई. इसपर सपा प्रमुख ने कहा कि अगर मैं गलत कह रहा हूं तो अध्यक्ष महोदय मैं अपना इस्तीफा आपको देता हूं.
सपा प्रमुख ने कहा कि दिल्ली में चुनाव है अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कहा कि यहां पर मेट्रो की जो दूरी है वो दो गुनी कर दी गई है. वहीं सपा प्रमुख के बयानों पर केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने कहा कि कुंभ में जो हुआ वो एक हादसा था, समाजवादी पार्टी हादसे पर राजनीति कर रही है. उससे बचना चाहिए.
अखिलेश यादव ने कहा, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त नहीं की. जब देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त की, तो 17 घंटे बाद (राज्य) सरकार ने इसे स्वीकार किया. ये वो लोग हैं जो आज भी सच्चाई को स्वीकार नहीं कर सकते.”