मुजफ्फरनगर. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद की खतौली विधानसभा सीट पर इस समय उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल दोनों आमने-सामने हैं. लेकिन इसी बीच एक स्वर अब त्यागी समाज से बीजेपी के विरोध में उठना शुरू हो गया है. शनिवार को खतौली विधानसभा क्षेत्र के नावला गांव में त्यागी समाज की एक बड़ी बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें आसपास के गांव से त्यागी समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इस पंचायत में फैसला लिया गया कि उपचुनाव में त्यागी समाज भारतीय जनता पार्टी का बहिष्कार करेगा.
बता दें कि कुछ समय पूर्व नोएडा में हुए श्रीकांत त्यागी हमारा मजाक उड़ाया गया है. हमारे ऊपर पांच-पांच मुकदमे लगा दिए गए. कैबिनेट मंत्री संजीव बालियान ने एक शब्द भी बोलने का काम नहीं किया. प्रकरण को लेकर त्यागी समाज में ये गुस्सा बीजेपी के प्रति देखने को मिल रहा है. त्यागी समाज से मांगेराम त्यागी ने बताया कि जनपद मुजफ्फरनगर में नावला गांव, जहां खतौली विधानसभा का उपचुनाव चल रहा है, यह गांव जनपद मुजफ्फरनगर के त्यागियों की राजधानी है. यहां पर हम लोगों को यह बताना आए थे कि श्रीकांत त्यागी और उनकी पत्नी अनु त्यागी को लेकर 2 महीने जो हमारा धरना चला है उसमें इस सरकार के द्वारा हमारी अवहेलना की गई है. हमारा मजाक उड़ाया गया है. हमारे ऊपर पांच-पांच मुकदमे लगा दिए गए. कैबिनेट मंत्री संजीव बालियान ने एक शब्द भी बोलने का काम नहीं किया. आज हम इन त्यागियों को समझाने आए हैं कि किसका बहिष्कार करो.
मांगेराम त्यागी ने कहा कि हमारे समाज के बारे में कुछ नहीं किया गया, केवल इनको हमारा वोट जा रहा हैं. इस बार हम इनका बहिष्कार करने का काम करेंगे. नोटा का बटन दबा देंगे, लेकिन बीजेपी को वोट नहीं देंगे. इनका हम बहिष्कार करेंगे और इनको यहां घुसने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे में मारे गए सचिन और गौरव की वजह से इनकी सरकार बनी. अब उनकी मां-बाप चिल्ला रहे हैं, पर कोई सुनवाई नहीं है. यह तो धर्म के नाम पर वोट ले रहे हैं, यह हम बिल्कुल नहीं चलने देंगे.