मुजफ्फरनगर। केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि मत्स्य पालकों एवं युवा पीढ़ी को ज्यादा से ज्यादा मत्स्य व्यवसाय को अपनाना चाहिए। मत्स्य उत्पादन से अधिक से अधिक लाभ उठाने पर बल दिया गया। 2014 में भाजपा सरकार नीली क्रांति नाम से एक योजना लेकर आई थी, इसके बाद से इस सेक्टर में बहुत बड़ी ग्रोथ रेट दिखाई दी है। भविष्य नीली क्रांति का है।

मत्स्य विभाग मुजफ्फरनगर एवं राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड (एनएफडीबी) हैदराबाद के तत्वावधान में जिला पंचायत सभागार में राष्ट्रीय मत्स्य पालक दिवस मनाया गया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पारंपरिक खेती के अलावा मत्स्य पालन भी युवा शुरू कर सकते हैं। इसमें बेहतर आय और रोजगार के पर्याप्त अवसर हैं। विभाग की योजनाओं की जानकारी रखें और उनका अधिक से अधिक लाभ लें। विशिष्ट अतिथि उप निदेशक मत्स्य डॉ. आरके गौड़ ने पीपीटी के माध्यम से अभियान पर विस्तृत प्रकाश डाला गया। मत्स्य पालकों को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की जानकारी उपलब्ध कराई।

बताया कि जो व्यक्ति मत्स्य पालन के कार्य से जुडे़ हैं, उनका एनएफडीबी की ओर से पांच लाख रुपये का मुफ्त बीमा, पट्टे एवं निजी भूमि के तालाब पर केसीसी की सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा हैं। सीडीओ संदीप भागिया, सहायक निदेशक मत्स्य राजेलाल, भाजपा नेता राजू अहलावत ने मत्स्य पालकों को जागरूक किया। डॉ. संजीव बालियान ने एनएफडीबी के साहित्य का विमोचन किया।

मुजफ्फरनगर और शामली के मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रमाण-पत्र तथा मछुआ दुर्घटना बीमा प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। उधर, कश्यप व निषाद समाज के लोगों ने केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान को अपनी समस्याओं से भी अवगत कराया।