किसान आंदोलन का सबसे बड़ा चेहरा भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत की घर वापसी के स्वागत में एक रालोद नेत्री द्वारा लगवाए गए होर्डिंग विवाद का कारण बन गए। रालोद महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश महासचिव मोनिका सिंह ने चौधरी जयंत सिंह और अखिलेश यादव के साथ राकेश टिकैत का फोटो लगवाकर स्वागत होर्डिंग एनएच-58 पर मेरठ से मुजफ्फरनगर तक लगवा दिए।
इसका भाकियू कार्यकर्ताओं ने विरोध किया और टोल प्लाजा पर लगे होर्डिंग को रात में ही उतार दिया गया। भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा अराजनैतिक है। इसका किसी भी दल से कोई लेना देना नहीं है। इस तरह के होर्डिंग लगवाना राजनीतिक स्टंट है। भाकियू का किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है।
टिकैत बोले- राजनीति में जाने का कोई इरादा नहीं, मैं नहीं लडूंगा चुनाव
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। राजनीति में जाने का उनका कोई मकसद नहीं है, किसानों की लड़ाई जारी रहेगी। किसान एमएसपी के मुद्दे पर अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। सरकार ने जो आश्वासन दिए हैं, अभी उन पर निगाह टिकी हुई हैं। सरकार ने नीति और नीयत साफ नहीं रखी तो फिर आंदोलन होगा। किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं।