सिविल लाइंस थाना पुलिस ने एक ऐसी गैंग के सरगना सहित 9 गुर्गों काे गिरफ्तार किया है, जाे लंबे समय से यूपी, दिल्ली और राजस्थान के विभिन्न जिलाें में बस स्टैंड पर चाेरी की वारदाताें काे अंजाम दे रही थी। मदद के बहाने यात्रियों के माेबाइल, जेवरात, नकदी सहित अन्य कीमती सामान चुराते, फिर दूसरी बस में सवार हाेकर निकल जाते। आराेपियाें के कब्जे से दाे स्मार्ट फाेन भी बरामद किए गए हैं। गैंग में शामिल सरगना से लेकर अधिकतर गुर्गे अधेड़ उम्र के हैं और पहनावा बिलकुल सामान्य है। पुलिस आराेपियाें से पूछताछ कर पता लगा रही है कि अब तक कितनी वारदाताें काे अंजाम दिया जा चुका है।
थानाप्रभारी दलबीर सिंह ने बताया कि यूपी बिजनाैर निवासी सलीम शेख (49), असलम अब्बासी (41), हरिद्वार उत्तराखंड निवासी जुल्फिकार पठान (49) व मतीन अहमद (49), यूपी बागपत निवासी माेहम्मद अतीक (49), मुजफ्फरनगर निवासी राजकुमार जाटव (42), मेरठ निवासी रियासत उर्फ बाबा (66), मेरठ लिसारी निवासी आस माेहम्मद (47) और यूपी स्थित हापुड़ कासमाबाद निवासी माेहम्मद मुस्तफा (52) काे गिरफ्तार किया गया है। इनमें से गैंग के सरगना सलीम शेख के कब्जे से पुलिस ने दाे चाेरी के माेबाइल फाेन बरामद किए हैं। गैंग के कुछ लाेग बस स्टैंड के बाहर खड़े रहते हैं, जाे भी सूटेड-बूटेड यात्री प्रवेश करता दिखता है, उसके पीछे लग जाते हैं। बस में यात्री के साथ सवार हाेकर वारदात काे अंजाम देते हैं। वहीं पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।
एडिशनल एसपी (शहर एवं मुख्यालय) सुशील कुमार विश्नाेई के मुताबिक 5 मार्च काे दिल्ली उत्तम विहार निवासी किशनलाल ने सिविल लाइंस थाने में रिपाेर्ट दी थी कि वह अजमेर राेडवेज बस स्टैंड से नागाैर की बस में चढ़ रहा था। तभी एक अधेड़ से मदद के बहाने सामान बस में रखवाया था। उक्त अधेड़ ने शातिर तरीके से बैग से साेने का रकड़ीसेट, गले का हार, झुमके, नथनी, 6 जाेड़ी पायल, कंदाेरा, डेबिट कार्ड, नकदी और मकान के कागजात आदि सामान चुरा लिया। वारदात के बाद एसपी चूनाराम जाट ने सीओ नाॅर्थ छवि शर्मा और थानाप्रभारी दलबीरसिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया। टीम ने फुटेज और लाेकेशन ट्रेसिंग के आधार पर पहले एक आराेपी पकड़ा।
टारगेट काे घेरकर ध्यान भटकाकर वारदात | पुलिस जांच में सामने आया कि किस यात्री के साथ वारदात करनी है। उसे टारगेट बनाकर गुर्गे बस में चढ़ते समय बाहर भीड़ में घेर लेते हैं। यात्री का ध्यान भटकाया जाता है, जैसे ही नजर हटी उसके बैग में नकदी, जेवरात सहित अन्य कीमती सामान निकाल लेते हैं। यह सामान पहले से जानकार ज्वैलर्स काे यूपी पहुंचते ही बेच दिया जाता है। ज्वैलर्स जेवराताें काे गला देता है।
पुलिस टीम | आराेपियाें की धरपकड़ के लिए गठित टीम में एसआई सत्यवान, एएसआई सुवालाल, हैडकांस्टेबल कुन्नाराम, कांस्टेबल चंद्रप्रकाश, साैदान, कालूराम, वीरेंद्र कुमार, बलराम, धनपाल, रामअवतार और रामहरि काे शामिल किया गया था। इनमें से एसआई सत्यवान, कांस्टेबल चंद्रप्रकाश, साैदान आैर कालूराम का अहम याेगदान रहा।