लखनऊ. बसपा के पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल पर प्रवर्तन निदेशालय के बाद अब यूपी विजिलेंस ने भी शिकंजा कस दिया है। विजिलेंस के मेरठ सेक्टर में इकबाल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया गया है। खुली जांच में पाया गया कि एमएलसी रहते हुए उनकी समस्त स्रोतों से जो आय थी उसके मुकाबले खर्च छह गुना से ज्यादा रहा।

विजिलेंस के इंस्पेक्टर रणवीर सिंह की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में बताया गया है कि एमएलसी रहने के दौरान इकबाल की समस्त वैध स्रोतों से आय 1.12 करोड़ रुपये रही। जबकि इकबाल ने इस अवधि में 6.91 करोड़ रुपये खर्च किए। यानी उन्होंने अपनी वैध आय के मुकाबले 5.79 करोड़ रुपये अधिक अर्जित किया। इस बारे में इकबाल से पूछताछ भी की गई, लेकिन वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इस आधार पर विजिलेंस ने शासन से अनुमति मिलने के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13-1 बी व 13-2 के तहत मेरठ सेक्टर थाने में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच का आदेश अक्तूबर 2017 में दिया गया था।

सहारनपुर पुलिस ने बीते माह पूर्व एमएलसी व खनन माफिया इकबाल पर कार्रवाई करते हुए उसके बेटे अलीशान व अफजाल को गिरफ्तार किया था। अलीशान को 13 मई को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। इसमें ज्यादातर मुकदमे धोखाधड़ी के हैं। वही इसी महीने 6 तारीख को इकबाल के दूसरे बेटे अफजाल को सहारनपुर से ही गिरफ्तार किया गया था। अफजाल के खिलाफ जालसाजी और धोखाधड़ी के 5 मुकदमे दर्ज हैं।