नई दिल्ली। द्रविड़ को सीनियर टीम का मुख्य कोच बनने के लिए मनाना बोर्ड के लिए कोई नई बात नहीं है। सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष रहने के दौरान द्रविड़ को मुख्य कोच बनने के लिए राजी किया गया था क्योंकि रवि शास्त्री ने टी20 विश्व कप 2021 के बाद पद पर नहीं बने रहने का फैसला किया था।
राहुल द्रविड़ भारत के मुख्य कोच बने रहेंगे, इसको लेकर बीसीसीआई ने तो पुष्टि कर दी है, लेकिन खुद द्रविड़ ने हाल ही में एक बयान देकर सभी को चौंका दिया था। द्रविड़ ने गुरुवार को दिल्ली में मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और बीसीसीआई सचिन जय शाह से दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टीम चयन को लेकर मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने खुद पुष्टि की थी कि उन्होंने अभी तक कॉन्ट्रैक्ट बढ़ने को लेकर दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि द्रविड़ टी20 विश्व कप तक अपने कॉन्ट्रैक्ट को बढ़ाने को तैयार हैं।
टी20 विश्व कप में अब सिर्फ सात महीने का समय बचा है और ऐसे में बीसीसीआई टीम मैनेजमेंट और खिलाड़ियों के बीच बनी निरंतरता को तोड़ना नहीं चाहता था। सिर्फ द्रविड़ ही नहीं बीसीसीआई ने पूरे सहयोगी स्टाफ का कार्यकाल बढ़ाने का फैसला किया। यानी विक्रम राठौड़ बैटिंग कोच, पारस म्हाम्ब्रे बॉलिंग कोच और टी दिलीप फील्डिंग कोच बने रहेंगे। द्रविड़ और उनकी टीम वनडे विश्व कप में भारत के प्रभावशाली प्रदर्शन के पीछे मुख्य कारणों में से एक थी।
द्रविड़ को सीनियर टीम का मुख्य कोच बनने के लिए मनाना बोर्ड के लिए कोई नई बात नहीं है। सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष रहने के दौरान द्रविड़ को मुख्य कोच बनने के लिए राजी किया गया था क्योंकि रवि शास्त्री ने टी20 विश्व कप 2021 के बाद पद पर नहीं बने रहने का फैसला किया था। पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली अपने साथी के अनुबंध विस्तार से खुश हैं और उन्होंने हाल ही में अपने एक बयान में इसका जिक्र भी किया है। तब गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष थे और द्रविड़ नेशनल क्रिकेट एकेडमी के डायरेक्टर थे।
गांगुली ने कहा, ‘मुझे हैरानी नहीं है कि उन्होंने द्रविड़ पर फिर से भरोसा जताया गया है। जब मैं बोर्ड का अध्यक्ष था, हमने उन्हें यह काम करने के लिए राजी किया था। मैं यह देखकर बहुत खुश हूं कि उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘यह हमेशा से होता रहा है और यह इस बात पर निर्भर करता था कि वह ऐसा चाहते हैं या नहीं। मैं उन्हें जून में होने वाले एक और विश्व कप के लिए शुभकामनाएं देता हूं। वह इस बार जीत के बहुत करीब थे।
गांगुली ने कहा, ‘द्रविड़ भले ही इस बार ट्रॉफी नहीं जीत पाए हों, लेकिन जिस तरह से टीम इंडिया खेली, यह इस टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीम थी। इसलिए उनके पास वेस्टइंडीज में विश्व कप के लिए सात महीने का समय है। उम्मीद है कि टीम इंडिया इस बार उप विजेता नहीं बल्कि चैंपियन बनेगी।
द्रविड़ के लिए आने वाले समय में कठिन चुनौतियां हैं। भारत को दक्षिण अफ्रीका को उसकी सरजमीं पर हराने में मदद करना होगा। भारतीय टीम इस दौरे पर तीन टी20, तीन वनडे और दो टेस्ट मैच खेलेगी। आईसीसी विश्व कप में भारत के खिताबी सूखे के बारे में पूछे जाने पर गांगुली ने कहा, ‘उम्मीद है कि टीम इंडिया जल्द इसे खत्म करेगी।
एक कप्तान के रूप में मैंने तीन फाइनल के लिए क्वालिफाई किया है और दो बार हार गया। 2003 विश्व कप और 2001 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हार मिली। इसलिए मुझे यह कहने का अधिकार नहीं है कि फाइनल कैसे जीता जाए। मैं सिर्फ एक जीत दर्ज कर पाया और वह भी श्रीलंका (2002 चैम्पियंस ट्रॉफी) के साथ संयुक्त विजेता के रूप में।
गांगुली ने कहा, ‘कम से कम टीम इंडिया फाइनल में जगह बना रही है और टूर्नामेंट में दबदबा बना रही है। उम्मीद है कि टीम एक दिन उस चुनौती को भी पार कर लेगी। उनकी किस्मत बदल जाएगी। कोई रॉकेट विज्ञान नहीं है। ऑस्ट्रेलिया के 47 रन पर तीन विकेट गिर जाने के बाद भारत के पास एक विकेट लेने का अच्छा मौका था और अगर वैसा होता तो बात अलग होती।