लखनऊ. उत्‍तर प्रदेश में पिछले सप्‍ताह तेज हवा के साथ बारिश होने से राज्‍यभर में ठंड का प्रकोप बढ़ गय है. उसके बाद धूप खिलने से लोगों को राहत जरूरी मिली है, लेकिन ठंडी हवाओं के कारण गलन काफी बढ़ी हुई है. इन सब मौसमी दशाओं के बीच मौसम विभाग ने बड़ा अलर्ट जारी किया है. विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, उत्‍तर प्रदेश के कई हिस्‍सों में आने वाले दिनों में बारिश होने की संभावना है. इसके साथ ही शीतलहर का प्रकोप बढ़ने की भी बात कही गई है. इस बीच, मौसम विभाग का कहना है कि पहाड़ी क्षेत्रों में एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसका प्रभाव प्रदेश के कई हिस्‍सों में 8 फरवरी 2022 की रात से दिख सकता है. मौसम विज्ञानियों की मानें तो कुछ जगहों पर मौसम का मिजाज तल्‍ख हो सकता है.

पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में सोमवार सुबह के समय हल्की धुंध रही, लेकिन उसके बाद धूप निकल आई. इससे लोगों को ठंड से राहत मिली. दिनभर धूप खिली रही और उसके साथ ही हवाएं भी चलती रहीं. इस बीच, मौसम विज्ञानियों ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों एक बार फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसका असर 8 फरवरी की रात से दिखाई देने लगेगा. ऐसे में मौसम का मिजाज एक बार फिर से बिगड़ने की संभावना जताई गई है. इसका असर 9 फरवरी 2022 तक रहने की संभावना है. इस दौरान प्रदेश के कई हिस्‍सों में बारिश होने के आसार हैं.

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, पर्वतीय राज्‍यों से आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के कारण 9 फरवरी को प्रदेश भर में हल्की बारिश होने के आसार हैं. वहीं, 10 फरवरी को मुख्यतः मौसम साफ रहेगा, लेकिन पूर्वी उत्‍तर प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है. मौसम विज्ञानियों ने बताया कि मंगलवार को मौसम साफ रहेगा, जिसके कारण दिन के समय तापमान में वृद्धि दर्ज की जा सकती है. इसके बाद 9 और 10 फरवरी को बारिश हो सकती है. इसके साथ ही ठंड का प्रकोप भी बढ़ सकता है. खासकर पूर्वी उत्‍तर प्रदेश में शीतलहर के साथ कोहरे का सामना भी करना पड़ सकता है.

पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में मौसम में बदलाव देखा जा रहा है. इसका असर उच्‍च पर्वतीय इलाकों के साथ ही देश के मैदानी भागों पर भी पड़ने की संभावना जताई गई है. इसके असर उत्‍तर प्रदेश में कोल्‍ड की स्थिति रह सकती है. बता दें कि कुछ दिनों पहले उत्‍तर प्रदेश के तकरीबन सभी हिस्‍सों में तेज हवा के साथ बारिश हुई थी. ओलावृष्टि के चलते फसलों को व्‍यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचा था. अब एक बार फिर से बारिश होने का पूर्वानुमान जताया गया है.