अगर आप किसान हैं या फिर खेती किसानी के बारे में थोड़ी बहुत भी जानकारी रखते हैं तो निश्चित तौर पर आपने धान और गेहूं के कई प्रकार किस्मों के बारे में सुना और देखा भी होगा लेकिन आज गेहूं की जो किस्म हम आपको बताने जा रहे हैं उसके बारे में आपने शायद ही कभी सुना हो क्योंकि गेहूं के जिस किस्म के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं वो आपको मालामाल कर देगी क्योंकि इस गेहूं की कीमत 8 हज़ार रुपए प्रति क्विंटल है

काले गेहूं की कर सकते हैं खेती
अगर आप नौकरी छोड़कर खेती करने का योजना बना रहे हैं तो काले गेहूं की खेती से आप काफी मुनाफा कमा सकते हैं, आप को बता दें कि इन दिनों काले गेहूं और काले धान की खेती के जरिए कई किसान बंपर कमाई कर रहे हैं, लेकिनआज हम काले गेहूं (Black Wheat) की खेती के बारे में चर्चा कर रहे हैं

साधारण गेहूं से कितना अलग है काला गेहूं ?
बाजार में काले गेहूं की कीमत काफी अधिक हैं, साधारण गेहूं के मुकाबले काला गेहूं 4 गुना अधिक रेट में बिकता है, दरअसल इसकी खेती में ज्यादा खर्चा आता हैं हालांकि इसकी पैदावार से मोटा मुनाफा कमाया जा सकता है, रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाजार में काला गेहूं 7000-8000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिकता हैं, जबकि नार्मल गेहूं का भाव महज 2,000 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास बाकि आप समझ सकते हैं कि ये गेहूं आपको कितना मुनाफा दे सकता है

कब कर सकते काले गेहूं की बुवाई ?
किसी भी फसल की खेती से पहले उसके बारे में ये जान लेना जरूरी है कि आखिर फसल की बुवाई का सही समय क्या है क्योंकि अगर आप किसी भी फसल की बुवाई ग़लत समय पर करते हैं तो इसका सीधा असर पैदावर पर पड़ेगा और चूकि आप काले गेहूं के बुवाई करने की योजना बना रहे हैं तो इसके बारे में जान लेना बेहद जरूरी हो जाता है, दरअसल काले गेहूं की खेती भी रबी मौसम में की जाती है, हालांकि इसकी बुवाई के लिए नवंबर का महीना बेहतर माना जाता है, काले गेहूं के लिए नमी बेहद जरूरी होता है, नवम्बर के बाद काले गेहूं की बुआई करने पर पैदावार में कमी आती है

काले गेहूं में एन्थोसाइनीन पिगमेंट की मात्रा ज्यादा होती है, इसकी वजह से यह इसके कारण यह काला दिखाई देता है, सफेद गेंहू में एंथोसाइनिन की मात्रा 5 से 15 PPM होती है जबकि काले गेहूं में इसकी मात्रा 40 से 140 PPM होती है, काले गेंहू में एंथ्रोसाइनीन (एक नेचुरल एंटी ऑक्सीडेंट व एंटीबायोटिक) काफी मात्रा में पाया जाता है , जो हार्ट अटैक, कैंसर, डायबिटीज, मानसिक तनाव, घुटनों का दर्द, एनीमिया जैसे रोगों में काफी कारगर होता है और ये बहुत बड़ी वजह है कि काले गेहूं की कीमत इथनी ज्यादा है, काला गेहूं की फसल, काले धान की तरह ही दिखती है जो पूर्वी यूपी विशेषतौर पर सिद्धार्थनगर में पैदा होने वाले काला नमक धान की तरह दिखती है